Sat, 15 Nov 2025 11:01:19 - By : Tanishka upadhyay
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण से मिले आंकड़ों का उपयोग अब स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में किया जाएगा। प्रशासन ने निर्णय लिया है कि 70 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड इन्हीं डाटा के आधार पर बनाए जाएंगे। अब तक बुजुर्गों को स्वयं अपना विवरण दर्ज कराना पड़ता था, लेकिन नई व्यवस्था लागू होने के बाद उनके आधार कार्ड की उम्र की जानकारी से आयुष्मान कार्ड बनाना संभव होगा। इससे उन बुजुर्गों को बड़ी राहत मिलेगी जिन्हें डिजिटल प्रक्रियाओं या स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई होती है।
पिछले वर्ष से 70 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के तहत शामिल किया जा रहा है। इसके लिए बुजुर्गों को स्वास्थ्य केंद्रों पर दस्तावेज जमा कराने पड़ते थे या फिर अपने मोबाइल पर आयुष्मान भारत का एप डाउनलोड करके स्वयं को लाभार्थी सूची में जोड़ने की प्रक्रिया अपनानी पड़ती थी। कई बुजुर्गों ने तकनीकी असुविधाओं के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाई, जिससे बड़ी संख्या में योग्य लोग अभी भी योजना के लाभ से वंचित हैं।
आयुष्मान योजना के प्रभारी डॉ. नंदन सिंह ने बताया कि शिविर लगाकर बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड तैयार किए जा रहे हैं। अभी तक 37895 बुजुर्गों के कार्ड बनाए जा चुके हैं, लेकिन संख्या इससे कहीं अधिक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था लागू होने के बाद यह प्रक्रिया काफी सरल हो जाएगी और अधिक लोगों तक योजना का लाभ पहुंच पाएगा। प्रशासन का मानना है कि जब डाटा पहले से उपलब्ध है तो लाभार्थियों को दोबारा विवरण भरने की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अभी भी 70 वर्ष से अधिक आयु के कई बुजुर्ग आयुष्मान योजना से जुड़े नहीं हैं। विशेष गहन पुनरीक्षण के डाटा में जिन लोगों की उम्र आधार कार्ड पर 70 वर्ष से अधिक पाई जाएगी, उनके आयुष्मान कार्ड स्वतः बनाए जाएंगे। बुजुर्ग अपनी पहचान सत्यापित करने के बाद ऑनलाइन आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। उन्हें नए सिरे से कोई विवरण दर्ज नहीं करना होगा। आयुष्मान कार्डधारकों को जिले के 23 सरकारी अस्पतालों और 68 निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
आगरा जिले में आयुष्मान योजना का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अब तक 205152 परिवारों को इस योजना से लाभ मिल चुका है और 894975 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनमें से 37895 कार्ड उन बुजुर्गों के हैं जिनकी उम्र 70 वर्ष से अधिक है। जिले में एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सभी सीएचसी और 68 निजी अस्पताल इस योजना से अनुबंधित हैं जहां लाभार्थियों का खर्च योजना के तहत वहन किया जाता है।
योजना के तहत ऐसे परिवारों को शामिल किया जा रहा है जिनके ब्योरे 2011 की आर्थिक जनगणना में दर्ज हैं और जिन्हें आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी में रखा गया था। इसके अलावा छह से अधिक सदस्यों वाले वे परिवार जिनका राशन कार्ड वर्ष 2019 से पहले बना है, उन्हें भी लाभार्थी सूची में शामिल किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह प्रक्रिया सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करेगी और जरूरतमंद परिवारों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
जो लोग स्वयं आयुष्मान कार्ड बनाना चाहते हैं, वे ऑनलाइन प्रक्रिया का विकल्प भी चुन सकते हैं। https beneficiary.nha.gov.in पर मोबाइल नंबर और आधार कार्ड से लॉग इन करने के बाद आवश्यक विवरण भरकर आयुष्मान कार्ड प्राप्त किया जा सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि यदि वे पात्र हैं तो जल्द से जल्द अपना कार्ड बनवाकर योजना का लाभ उठाएं।