Thu, 14 Aug 2025 12:55:08 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीते 24 घंटे से लगातार चल रही विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में अपना विस्तृत जवाब दिया। उन्होंने चर्चा में भाग लेने वाले सभी नेताओं और सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि इस विमर्श ने साबित किया है कि भले ही विचारधाराएं अलग हों, लेकिन प्रदेश के विकास के लिए सभी एकजुट हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस चर्चा में सत्ता और विपक्ष, दोनों पक्षों के कुल 187 सदस्यों ने भाग लिया, जो अपने आप में एक उल्लेखनीय घटना है।यह जरूरी है कि हम केवल सदन में उपस्थित न रहें, बल्कि विकास के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा करें। बीते 24 घंटे की बहस से यह स्पष्ट हो गया कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए हम सभी की सोच एक है, उन्होंने कहा।
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला प्रदेश अब पूरे देश की उम्मीदों का केंद्र बन चुका है। उन्होंने कहा, कल हम स्वतंत्रता दिवस के 78 वर्ष पूरे करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। यह तभी संभव है, जब हम सभी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और निभाएं। विधानसभा में हुई यह चर्चा, उस बड़े लक्ष्य की ओर एक अहम कदम है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस बहस में कई सदस्य रातभर जागकर शामिल रहे और सदन का संचालन किया। देश में खुशहाली और तरक्की लाने के लिए हमें हर नागरिक को इस विकास यात्रा में शामिल करना होगा। यह समय है कि हम 1947 से अब तक की 100 साल की यात्रा का मूल्यांकन करें और आगे की राह तय करें, उन्होंने कहा।
विपक्ष पर तंज
भाषण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “जब वे अपने विवेक से बोलते हैं, तो अच्छी बातें करते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने एक शेर सुनाकर कटाक्ष किया:
बड़ा हसीन है उनकी जबान का जादू,
लगा के आग बहारों की बात करते हैं।
जिन्होंने रात में बेखौफ बस्तियां लूटीं,
वही नसीब के मारों की बात करते हैं।
योगी ने सपा को 'कूप मंडूकसी बताते हुए कहा, "ये लोग अब पीडीए की बात कर रहे हैं, जिसका मतलब है ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’। पूरी दुनिया आगे बढ़ रही है, और ये लोग अब भी केवल परिवार के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं।"
मुख्यमंत्री के इस जवाब के दौरान सदन में कई बार ठहाके गूंजे और माहौल में राजनीतिक गर्मी के साथ हल्की नोकझोंक भी देखने को मिली। हालांकि, उनके भाषण का मुख्य संदेश यही रहा कि उत्तर प्रदेश के विकास और 2047 के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए सभी दलों को मिलकर काम करना होगा।