CM योगी आदित्यनाथ का वाराणसी दौरा, विकास कार्यों की गूंज और कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की, अधिकारियों को कार्यों में तेज़ी लाने और समय पर योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने का निर्देश दिया।

Mon, 16 Jun 2025 23:11:20 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने दो दिवसीय वाराणसी प्रवास की शुरुआत सर्किट हाउस सभागार में की, जहां उन्होंने जिले में चल रही विकास परियोजनाओं और कानून-व्यवस्था की गहन समीक्षा की। यह दौरा केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं था, बल्कि जनकल्याण की दिशा में एक संकल्पबद्ध पहल के रूप में सामने आया, जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में यह निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं को "युद्धस्तर" पर पूर्ण किया जाए, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ समय पर आम जनता तक पहुंच सके।

मुख्यमंत्री ने एक-एक परियोजना पर बारीकी से नज़र डालते हुए अधिकारियों से सीधे संवाद किया और चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विशेष रूप से बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए उन्होंने नगर निकायों को निर्देशित किया कि नालों और नालियों की सफाई हर हाल में प्राथमिकता के साथ की जाए, ताकि जलजमाव की कोई स्थिति न उत्पन्न हो। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि सफाई के बाद निकली सिल्ट को त्वरित रूप से हटाया जाए, जिससे वह दोबारा जल प्रवाह में अवरोध न बने।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आमजन की शिकायतों के त्वरित निस्तारण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो योजनाएं जनता की बुनियादी ज़रूरतों से जुड़ी हैं, उनमें देरी का सीधा असर जनता के विश्वास पर पड़ता है। इसलिए शिकायतों के समाधान में कोई कोताही न हो।

गंगा नदी पर बन रहे पुल और रिंग रोड की प्रगति तथा निर्माण की गुणवत्ता पर उन्होंने विस्तार से जानकारी ली और इन कार्यों पर विशेष निगरानी बनाए रखने को कहा। दालमंडी क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण के कार्य को शीघ्र गति देने, अवैध अतिक्रमण हटाने और यातायात नियमों के उल्लंघन पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उन्होंने ई-रिक्शा, टेंपो और सड़क किनारे खड़े वाहनों के सत्यापन की बात कहते हुए कहा कि इससे न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि संदिग्ध तत्वों की पहचान में भी मदद मिलेगी।

स्वच्छता पर विशेष बल देते हुए मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और इसकी नियमित निगरानी हो। उन्होंने सरकारी कार्यालयों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात करते हुए पुलिस लाइन में गंदगी मिलने पर नाराजगी जाहिर की और पुलिस विभाग को भी स्वच्छता अभियान चलाने का निर्देश दिया।

कानून-व्यवस्था की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने सभी थानों की कार्यशैली की निगरानी, पुलिस लाइनों की नियमित जांच, फुट पेट्रोलिंग बढ़ाने और महिला एवं बाल अपराधों पर तत्काल व कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया। राजस्व मामलों में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के साथ-साथ अवैध खनन पर सख्त रुख अपनाने की बात भी दोहराई गई।

योगी आदित्यनाथ ने 21 जून को होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह आयोजन जनसहभागिता के साथ भव्य रूप से आयोजित किया जाए। साथ ही 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वृक्षारोपण को बढ़ावा देने और सिटी फॉरेस्ट के विकास की योजना को साकार करने पर बल दिया।

उन्होंने आगामी 24 जून को वाराणसी में प्रस्तावित मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक की तैयारियों को भी समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित चार राज्यों के मुख्यमंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे, जिससे वाराणसी राष्ट्रीय राजनीतिक व प्रशासनिक दृष्टिकोण से एक बार फिर केंद्रबिंदु में रहेगा।

बैठक में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में वाराणसी में लगभग ₹51,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं पर कार्य हुआ है, जिनमें से ₹34,000 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण हो चुका है और शेष ₹16,422 करोड़ की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।

समीक्षा बैठक में प्रदेश सरकार के कई मंत्री, विधायक, महापौर, जनप्रतिनिधि और प्रशासन व पुलिस के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से समन्वय और "टीम भावना" से कार्य करने का आह्वान किया और कहा कि हर एक अधिकारी और कर्मचारी का उत्तरदायित्व जनता के विश्वास को बनाए रखने का है।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि अवैध होर्डिंग्स के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जाए और डिजिटल डिस्प्ले को बढ़ावा दिया जाए। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि गंजारी स्टेडियम के पास पार्किंग सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए। इसके साथ ही, भवनों के नक्शे पास करने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश भी दिए गए। जानकारी दी गई कि वर्तमान में 55 ऑनलाइन नक्शे लंबित हैं, जिन पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी का यह दौरा न केवल प्रशासनिक समीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि उन्होंने विकास के हर पहलू को धरातल पर उतारने के लिए जो सख्त लेकिन संवेदनशील रुख अपनाया, वह निश्चित ही आने वाले समय में वाराणसी को और अधिक सुव्यवस्थित, स्वच्छ और समृद्ध बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

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