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वाराणसी: सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि

वाराणसी: सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि

वाराणसी के रामनगर में सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश की एकता हेतु श्रद्धांजलि अर्पित की।

वाराणसी: रामनगर/अखंड भारत के शिल्पी, भारतरत्न और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन पूर्व पार्षद एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मण्डल अध्यक्ष राजेंद्र शंकर सिंह पटेल के कार्यालय पर किया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और स्थानीय नागरिकों ने एकजुट होकर देश की एकता, अखंडता और संकल्पशक्ति के प्रतीक सरदार पटेल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। तत्पश्चात उपस्थित जनों ने सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके अदम्य योगदान को नमन किया। कार्यालय परिसर में देशभक्ति के गीतों की गूंज के बीच वातावरण अत्यंत प्रेरणादायी और भावनात्मक बन गया। वक्ताओं ने सरदार पटेल के अद्वितीय नेतृत्व, लौह इच्छाशक्ति और देश के 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोने की उनकी अद्भुत दूरदर्शिता को याद किया।

पूर्व पार्षद राजेंद्र शंकर सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरदार पटेल ने जिस भारत के एकीकरण का सपना देखा था, वह आज साकार रूप में हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि आज जब हम “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की संकल्पना को आगे बढ़ा रहे हैं, तो यह सरदार पटेल के विचारों और उनके राष्ट्रप्रेम की ही प्रेरणा है। उन्होंने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि हम सब अपने कर्म, समर्पण और सेवा के माध्यम से उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलें और राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका निभाएं।

भाजपा महानगर मंत्री डॉ. अनुपम गुप्ता ने कहा कि सरदार पटेल केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वे भारत की आत्मा थे। उन्होंने बताया कि जिस दृढ़ निश्चय और राष्ट्रनिष्ठा से पटेल जी ने देश को एकता के सूत्र में बांधा, वह आज के नेताओं और नागरिकों के लिए मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचे — यही सरदार पटेल के भारत का सपना था।

पूर्व जिला मंत्री नंदलाल चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि लौहपुरुष पटेल का जीवन त्याग, साहस और संगठन का प्रतीक था। उन्होंने कहा कि अगर सरदार पटेल न होते तो शायद आज भारत का नक्शा कुछ और होता। उनके दृढ़ निर्णय और प्रशासनिक कुशलता ने स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूत किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे देश की एकता, अखंडता और विकास के लिए निरंतर कार्य करें।

मंडल उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह पिंटू ने कहा कि सरदार पटेल ने हमें सिखाया कि जब लक्ष्य राष्ट्रहित का हो, तो कोई बाधा बड़ी नहीं होती। उन्होंने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उसी अखंड भारत की परिकल्पना को साकार कर रहा है, जिसकी नींव पटेल जी ने रखी थी।

इस अवसर पर विनोद सिंह पटेल, दीपक कन्नौजिया, सुनील सिंह राजपूत, अनिरुद्ध कन्नौजिया, राजेश सिंह सहित अनेक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता और समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे समाज में एकता, सद्भावना और राष्ट्रप्रेम के भाव को मजबूत करने में अपनी पूर्ण भूमिका निभाएंगे।

कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रगान गाया गया और सभी ने “भारत माता की जय” तथा “वंदे मातरम्” के नारों के साथ वातावरण को देशभक्ति से सराबोर कर दिया।
रामनगर में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल सरदार पटेल की स्मृति को जीवंत कर गया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गया है। दृढ़ इच्छाशक्ति, समर्पण और सच्चे राष्ट्रप्रेम से ही “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का स्वप्न साकार हो सकता है।

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