News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

लखनऊ: CBI का डीआरएम कार्यालय पर छापा, महिला रेलकर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

लखनऊ: CBI का डीआरएम कार्यालय पर छापा, महिला रेलकर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

सीबीआई ने लखनऊ के डीआरएम कार्यालय पर छापा मारकर भ्रष्टाचार के आरोप में एक महिला रेलकर्मी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया, जिससे कार्यालय में अफरातफरी मच गई।

लखनऊ: सोमवार शाम रेलवे भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने लखनऊ स्थित डीआरएम कार्यालय पर अचानक छापा मारकर उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में कार्यरत एक महिला रेलकर्मी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई मिशन गति शक्ति परियोजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की जांच के क्रम में की गई। CBI की इस कार्रवाई के दौरान कार्यालय में अफरातफरी की स्थिति बन गई। अधिकारी और कर्मचारी इस अप्रत्याशित छापेमारी से हतप्रभ रह गए और कुछ देर तक कामकाज पूरी तरह ठप रहा।

गिरफ्तार की गई महिला रेलकर्मी अंजुम निशा, इंजीनियरिंग विभाग में बाबू के पद पर कार्यरत हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक बिल पास कराने के एवज में एक ठेकेदार से रिश्वत की मांग की थी। ठेकेदार ने इसकी सूचना सीबीआई को दी, जिसके बाद पूरी कार्रवाई को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।

सूत्रों के अनुसार, शाम करीब चार बजे ठेकेदार ने अंजुम निशा को डीआरएम कार्यालय के बाहर बुलाया और उन्हें एक लिफाफा सौंपा, जिसमें रिश्वत की राशि रखी गई थी। जैसे ही महिला रेलकर्मी ने लिफाफा अपने हाथ में लिया, वहां पहले से तैनात सीबीआई टीम ने तुरंत हस्तक्षेप कर उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद सीबीआई टीम ने कार्यालय के अंदर पहुंचकर संबंधित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूछताछ के लिए रोका और देर शाम तक पूछताछ जारी रही।

यह पूरी कार्रवाई मिशन गति शक्ति परियोजना से जुड़े भ्रष्टाचार की उन पांच शिकायतों के मद्देनजर की गई है, जो हाल ही में दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय को प्राप्त हुई थीं। मिशन गति शक्ति के अंतर्गत देशभर में रेलवे स्टेशन के निर्माण और नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस परियोजना के तहत लखनऊ मंडल को छोटे स्टेशन के रेनोवेशन के लिए 5 करोड़ और बड़े स्टेशन के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई थी।

इन शिकायतों की पुष्टि होने के बाद दिल्ली मुख्यालय से तालमेल के साथ लखनऊ की सीबीआई टीम को सक्रिय किया गया और सटीक सूचना के आधार पर यह छापेमारी की गई। CBI की इस कार्रवाई को रेलवे महकमे में एक बड़ी कार्यवाही माना जा रहा है, जिससे यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि भ्रष्टाचार के मामलों में अब तत्काल और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। CBI सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में मिशन गति शक्ति परियोजना से जुड़े अन्य विभागों और अधिकारियों की भी जांच की जाएगी। वहीं, डीआरएम कार्यालय में इस कार्रवाई के बाद सभी कर्मचारियों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है और विभागीय स्तर पर भी आंतरिक जांच शुरू की जा सकती है।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL

LATEST NEWS