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चंदौली: तेज रफ्तार ट्रैक्टर से टकराया स्कूली बच्चा, चौकी प्रभारी ले गए अस्पताल

चंदौली: तेज रफ्तार ट्रैक्टर से टकराया स्कूली बच्चा, चौकी प्रभारी ले गए अस्पताल

चंदौली के मुगलसराय में एक स्कूली बच्चा साइकिल से ट्रैक्टर से टकरा गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रेलवे चौकी प्रभारी अजय यादव ने तत्परता दिखाते हुए बच्चे को अस्पताल पहुंचाया और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया।

चंदौली: मुग़लसराय कस्बे में गुरुवार की दोपहर एक मानवीय और संवेदनशील उदाहरण तब सामने आया जब चकिया तिराहे के पास एक स्कूली बच्चा साइकिल चलाते समय एक तेज़ रफ्तार ट्रैक्टर से टकरा गया। घटना उस समय की है जब स्कूल से लौटते समय साइकिल सवार बच्चा अचानक असंतुलित होकर ट्रैक्टर की चपेट में आ गया। टक्कर से बच्चे को हाथ में गंभीर चोट आई, जिससे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे चौकी प्रभारी अजय यादव मौके पर पहुंचे और बिना समय गंवाए घायल बच्चे को प्राथमिक उपचार मुहैया कराया। इसके बाद उन्होंने तत्काल बच्चे को नजदीकी अस्पताल भिजवाया और स्वयं मौजूद रहकर उसका इलाज सुनिश्चित करवाया। उनकी इस तत्परता और मानवीय संवेदना ने एक बड़ी अनहोनी को समय रहते टाल दिया।

चौकी प्रभारी अजय यादव ने न केवल बच्चे की जान बचाने में सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि घटनास्थल से ट्रैक्टर को भी तत्काल हिरासत में ले लिया। ट्रैक्टर चालक की पहचान और उसके कागजात की जांच की जा रही है, ताकि दुर्घटना के जिम्मेदार कारणों का पता लगाया जा सके और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके। साथ ही पुलिस ने बच्चे के अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें स्थिति की पूरी जानकारी दी और उन्हें भी अस्पताल बुलाया, जिससे परिवार को त्वरित राहत मिली।

इस पूरे घटनाक्रम में चौकी प्रभारी के व्यवहार ने स्थानीय नागरिकों और दुकानदारों के बीच पुलिस के प्रति एक नया विश्वास पैदा किया है। घटना को देखने वाले और सुनने वाले हर व्यक्ति ने चौकी प्रभारी अजय यादव की सराहना की है, जिनकी संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा ने यह सिद्ध कर दिया कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि मानवता के भी प्रहरी होते हैं।

स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने बताया कि पुलिस आमतौर पर घटनास्थल पर देर से पहुंचती है, लेकिन इस बार चौकी प्रभारी की सक्रियता ने उन्हें चौंका दिया। वे न केवल समय पर पहुंचे, बल्कि बच्चे को गोद में उठाकर तुरंत प्राथमिक उपचार दिलाने ले गए, यह दृश्य देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं।

इस प्रकार की संवेदनशीलता और त्वरित प्रतिक्रिया ना केवल पुलिस की छवि को सुधारने का कार्य करती है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी देती है कि आपातकालीन स्थिति में पुलिस नागरिकों के साथ खड़ी है। मुग़लसराय क्षेत्र में इस घटना ने एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया है, जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।

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