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कानपुर में वायुसेना से रिटायर्ड सार्जेंट ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, बेटा ईयरबड्स लगाकर करता रहा पढ़ाई

कानपुर में वायुसेना से रिटायर्ड सार्जेंट ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या,  बेटा ईयरबड्स लगाकर करता रहा पढ़ाई

कानपुर में नौकरी न मिलने से डिप्रेशन में आए रिटायर्ड एयरफोर्स सार्जेंट हरेंद्र सिंह ने अपनी लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक से आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त बेटा ईयरबड्स लगाकर पढ़ाई में व्यस्त था, डेढ़ घंटे बाद मिली लाश।

कानपुर के नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित मैनावती मार्ग पर उस समय सनसनी फैल गई जब वायुसेना से रिटायर्ड सार्जेंट हरेंद्र कुमार सिंह (48) ने अपनी लाइसेंसी डबल बैरल राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे श्रीराम कृपा इस्टेट में घटी। उस समय पत्नी नीचे के तल में बर्तन धो रही थीं और बेटा साहिल बगल के कमरे में ईयरबड्स लगाकर पढ़ाई कर रहा था, जिससे उसे गोली चलने की आवाज सुनाई नहीं दी। करीब डेढ़ घंटे बाद जब बेटा पिता को जगाने कमरे में गया, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। बालकनी के रास्ते जब वह कमरे में घुसा, तो खून से लथपथ पिता का शव देखकर उसके होश उड़ गए।

मूल रूप से फर्रुखाबाद जिले के कंपिल थाना क्षेत्र के बंगसनगर गांव के निवासी हरेंद्र कुमार सिंह 2016 में गांधी नगर, गुजरात से सार्जेंट के पद से रिटायर हुए थे। वर्तमान में वह कानपुर के मैनावती मार्ग स्थित श्रीराम कृपा इस्टेट में पत्नी रीना राठौर, बेटी कोमल और बेटे साहिल के साथ किराए पर रह रहे थे। घर से कुछ ही दूरी पर उनके ससुराल पक्ष के लोग—सास मिथलेश चौहान और ससुर शिवकुमार सिंह भी रहते हैं। बेटी कोमल दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही है, जबकि बेटा साहिल एयरफोर्स में भर्ती की तैयारी कर रहा है। रीना राठौर ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद हरेंद्र ने विभिन्न नौकरियों के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाएं दीं, लेकिन सफलता नहीं मिलने से वे लंबे समय से अवसाद से जूझ रहे थे और नींद न आने की गंभीर समस्या से परेशान थे। उनका इलाज भी चल रहा था। करीब एक महीने पहले उन्होंने नवाबगंज क्षेत्र स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) में एक सुरक्षाकर्मी की नौकरी जॉइन की थी।

घटना वाले दिन सुबह टहलने के बाद हरेंद्र घर लौटे और आराम करने की बात कहकर अपने कमरे में चले गए। कुछ समय बाद उन्होंने अपनी लाइसेंसी डबल बैरल राइफल से खुद के गले में गोली मार ली। नीचे काम कर रही पत्नी को करीब पौने नौ बजे एक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी, जिसे उन्होंने किसी ट्रक का टायर फटने की आवाज समझा। करीब डेढ़ घंटे बीतने के बाद जब उन्होंने बेटे से कहा कि जाकर पिता को उठाओ, तब जाकर सच्चाई सामने आई।

पुलिस को सूचना मिलते ही नवाबगंज थाने की टीम मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम के साथ जांच की। पुलिस ने आत्महत्या में प्रयुक्त डबल बैरल बंदूक को कब्जे में ले लिया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है, वहीं परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

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