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लखनऊ: एएसपी की पत्नी ने की आत्महत्या, पारिवारिक कलह और बेटे की बीमारी बनी वजह

लखनऊ: एएसपी की पत्नी ने की आत्महत्या, पारिवारिक कलह और बेटे की बीमारी बनी वजह

लखनऊ में एएसपी की पत्नी नितेश सिंह ने पारिवारिक कलह, मानसिक तनाव और बेटे की बीमारी के कारण आत्महत्या कर ली।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने पूरे पुलिस महकमे और राजनीतिक गलियारों को झकझोर कर रख दिया। सीबीसीआईडी में तैनात एएसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह ने अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। मामले में पारिवारिक कलह, मानसिक तनाव और बेटे की बीमारी को प्रमुख वजह माना जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, नितेश सिंह मंगलवार को अपने ऑटिज्म से पीड़ित 12 वर्षीय बेटे अनिकेत को जान से मारने का प्रयास कर चुकी थीं। यह घटना भी घर के कैमरे में कैद हुई और एएसपी ने कथित तौर पर इस वीडियो को नितेश के मायकेवालों को भेजा था। मंगलवार को ही पति-पत्नी के बीच बेटे की बीमारी को लेकर तीखी बहस और झगड़ा हुआ था। तनाव का स्तर इतना बढ़ गया था कि बुधवार को नितेश सिंह ने घर में ही आत्महत्या कर ली।

नितेश का मायका फिरोजाबाद के थाना उत्तर क्षेत्र के मोहल्ला नगला करन सिंह में है। उनके पिता राकेश बाबू 2007 से 2017 तक बसपा से विधायक रहे हैं। नितेश की शादी नवंबर 2012 में इटावा के भीमनगर निवासी मुकेश प्रताप सिंह से हुई थी, जो फिलहाल लखनऊ में एएसपी के पद पर तैनात हैं। नितेश और मुकेश के तीन बच्चे हैं — 12 वर्षीय जुड़वां अनिकेत और अनन्या, तथा एक डेढ़ वर्षीय बेटा।

परिजनों ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही नितेश को पति की ओर से मारपीट और मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता था। राकेश बाबू ने दावा किया कि उनके दामाद के अन्य महिलाओं से अवैध संबंध थे और इसी को लेकर नितेश अक्सर प्रताड़ित होती थीं। पूर्व विधायक का कहना है कि मंगलवार शाम को ही बेटी ने उन्हें फोन कर मारपीट की बात बताई थी और लखनऊ बुलाया था। वे बुधवार को छोटे बेटे प्रमोद और अन्य परिजनों के साथ लखनऊ रवाना हुए थे, लेकिन रास्ते में ही उन्हें नातिन अनन्या से नितेश की आत्महत्या की जानकारी मिली।

इसी बीच, लखनऊ में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) बब्लू कुमार मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की, हालांकि मीडिया से उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। नितेश का पोस्टमार्टम रात में डॉक्टरों के एक पैनल की निगरानी में कराया गया, जिसकी अनुमति जिलाधिकारी ने दी थी। परिजनों की ओर से पुलिस को कई गंभीर आरोप लिखित में दिए गए हैं।

नितेश के भाई प्रमोद ने बताया कि कुछ दिन पहले ही बहन लखनऊ आई थीं और तभी से एएसपी घर का पूरा काम उन्हीं से करवाते थे। आरोप है कि पति ने नितेश पर निगरानी रखने के लिए पूरे घर में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए थे और हर बात की रिकॉर्डिंग करते थे। तीन साल पहले भी दोनों के बीच गंभीर विवाद हुआ था, जिसके बाद एएसपी ने तलाक की धमकी दी थी। तब दोनों परिवारों की मध्यस्थता से मामला शांत कराया गया था। हाल ही में एएसपी ने नितेश को ‘अंतिम मौका’ देकर साथ रखने की बात कही थी।

घटना के वक्त एएसपी मुकेश प्रताप सिंह कार्यालय में मौजूद थे। घर पर उनकी बेटी अनन्या और पत्नी नितेश ही थीं। डीसीपी आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, शाम चार बजे के आसपास जब अनन्या कमरे से बाहर निकली, तो उसने अपनी मां को फंदे से लटका हुआ देखा और शोर मचाया। उसने तुरंत अपने पिता को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई।

यह मामला अब केवल आत्महत्या नहीं रह गया है, बल्कि इसमें घरेलू हिंसा, मानसिक उत्पीड़न और वैवाहिक जीवन की गहराई से जुड़े सवाल उठ खड़े हुए हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इस घटना ने न सिर्फ एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि एक बार फिर उन सामाजिक और मानसिक मुद्दों को सामने ला दिया है, जिन पर अक्सर चुप्पी साध ली जाती है।

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