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गोंडा: सांड के हमले से इंश्योरेंस एडवाइजर की मौत, बड़गांव में मची सनसनी

गोंडा: सांड के हमले से इंश्योरेंस एडवाइजर की मौत, बड़गांव में मची सनसनी

गोंडा के बड़गांव में शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में 27 वर्षीय इंश्योरेंस एडवाइजर स्वाति सिंह की मौत हो गई, जब एक उग्र सांड ने उन पर हमला कर दिया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।

गोंडा: शनिवार की शाम शहर के बड़गांव पुलिस चौकी क्षेत्र में उस समय एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक 27 वर्षीय महिला इंश्योरेंस एडवाइजर को एक उग्र सांड ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के एक निजी बैंक के पास की है, जहां दो सांड आपस में भिड़े हुए थे। उसी दौरान बैंक से काम निपटाकर लौट रही महिला स्वाति सिंह इस संघर्ष के बीच में आ गईं और एक सांड ने उन्हें अपना निशाना बना लिया। यह दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर मौजूद लोगों के दिल दहल उठे।

स्वाति सिंह, जो मूल रूप से गोंडा के देहात कोतवाली क्षेत्र के पैड़ी अजब सिंह गांव की निवासी थीं, इंडियन बैंक में इंश्योरेंस एडवाइजर के रूप में कार्यरत थीं। शनिवार को करीब 6 बजे वह किसी काम से बड़गांव स्थित बैंक कार्यालय गई थीं। काम निपटाकर जैसे ही वह लौट रही थीं, सड़क पर दो सांड आपस में लड़ते हुए पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही स्वाति उनके पास से निकलने लगीं, एक सांड ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी और हवा में उछाल दिया। गिरने के बाद वह घायल पड़ी थीं, लेकिन इसके बाद सांड उनके सीने पर दोनों पैर रखकर खड़ा हो गया। लोगों ने तुरंत सांड को वहां से भगाया और घायल स्वाति को आनन-फानन में गोंडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद मृतका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पति दिलीप सिंह, जो पोस्ट ऑफिस में पोस्टमास्टर के पद पर कार्यरत हैं, और उनकी पांच वर्षीय बेटी अक्षरा, गहरे सदमे में हैं। परिवार का कहना है कि स्वाति मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली थीं और शादी के बाद गोंडा में पति के साथ रह रही थीं। थानाध्यक्ष विवेक त्रिवेदी ने जानकारी दी कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

इस हादसे ने नगर में जनाक्रोश को जन्म दे दिया है। समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन गोशालाओं के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं, लेकिन सड़कों पर छुट्टा जानवर खुलेआम घूम रहे हैं और लोगों की जान ले रहे हैं। उन्होंने स्वाति के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने, गोशालाओं में हो रहे कथित घोटालों की जांच और छुट्टा जानवरों के संरक्षण की मांग की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।

इस घटना से महज तीन दिन पहले परसपुर के पुरैना पूरे पांडेय पुरवा में भी एक उग्र सांड ने बहराइच जिले के निवासी माहे आलम (20) को सड़क पर बाइक सहित उछालकर मार डाला था। उस घटना में भी युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। बावजूद इसके, स्थानीय प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई या रोकथाम की पहल नहीं की गई।

मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी शशिकुमार शर्मा से जब इस मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होंने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया और फोन काट दिया। इस लापरवाही ने आमजन में आक्रोश और बढ़ा दिया है, क्योंकि सड़कों पर छुट्टा जानवरों की बढ़ती संख्या लगातार जानलेवा साबित हो रही है।

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