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वाराणसी: दीपावली के बाद शहर की हवा हुई खराब औसत AQI 236 दर्ज किया गया

वाराणसी: दीपावली के बाद शहर की हवा हुई खराब औसत AQI 236 दर्ज किया गया

दीपावली के बाद वाराणसी में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा, औसत AQI 236 दर्ज होने से सांस के मरीजों को खतरा।

वाराणसी: दीपावली की रात आतिशबाजी के बाद सोमवार सुबह शहर की हवा में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़ों के अनुसार सुबह 7 बजे वाराणसी का औसत AQI 236 दर्ज किया गया। यह स्तर वायु की खराब श्रेणी में आता है। शहर में लगे पांच वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग केंद्रों में से सबसे खराब हवा बीएचयू क्षेत्र की पाई गई, जहां सुबह 8 बजे AQI 243 दर्ज किया गया।

यूएस एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के आंकड़ों के अनुसार दीपावली की रात भर चली आतिशबाजी का सीधा असर सुबह की हवा में दिखा। बीएचयू, मलदहिया, भेलूपुर, अर्दली बाजार और निराला नगर में हवा का स्तर तेजी से गिरा। सुबह 8 बजे तक बीएचयू में AQI 243, मलदहिया में 240, अर्दली बाजार में 214, भेलूपुर में 203 और निराला नगर में 282 तक पहुंच गया। इन सभी स्थानों की हवा अस्वास्थ्यकर श्रेणी में दर्ज की गई है।

पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार दीपावली के दौरान लोगों ने इस बार हरित पटाखों को प्राथमिकता दी, फिर भी प्रदूषण में भारी वृद्धि दर्ज की गई। धुएं और सूक्ष्म कणों के कारण हवा की गुणवत्ता बिगड़ गई है। विशेषज्ञों ने बताया कि इस प्रदूषित हवा का असर स्वस्थ लोगों पर तो सीमित रहेगा, लेकिन पहले से सांस, दमा, या हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जिन लोगों को श्वसन संबंधी समस्याएं हैं, वे सुबह के समय बाहर निकलने से बचें और घरों के अंदर स्वच्छ वातावरण बनाए रखें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही, अगले कुछ दिनों तक आतिशबाजी और खुले में जलाने वाली गतिविधियों से दूरी बनाना जरूरी है।

एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक अंतरराष्ट्रीय मानक है, जिसे अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (EPA) द्वारा निर्धारित किया गया है। यह वायु में मौजूद प्रदूषक तत्वों जैसे पीएम 2.5, पीएम 10, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड के स्तर को मापता है। 0 से 50 तक का AQI स्तर अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, 100 तक मध्यम, जबकि 200 से ऊपर अस्वास्थ्यकर माना जाता है। 300 से अधिक का स्तर खतरनाक श्रेणी में आता है।

वाराणसी नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। सड़कों पर पानी का छिड़काव और कूड़ा जलाने पर निगरानी बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

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