News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

वाराणसी: गंगा-वरुणा का जलस्तर घटने से राहत, पर अब गंदगी-दुर्गंध ने बढ़ाई परेशानी

वाराणसी: गंगा-वरुणा का जलस्तर घटने से राहत, पर अब गंदगी-दुर्गंध ने बढ़ाई परेशानी

वाराणसी में गंगा और वरुणा का जलस्तर घटने के बाद भी गंदगी और दुर्गंध से लोग परेशान हैं, प्रशासन ने सफाई के निर्देश दिए।

वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी में आई बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरने लगा है। जलस्तर में हो रही लगातार कमी ने एक ओर जहां लोगों को राहत दी है, वहीं दूसरी ओर नई समस्याएं सामने आने लगी हैं। जिन इलाकों में बीते कई दिनों तक पानी भरा रहा, वहां अब कीचड़, कूड़ा और झाड़-झंखाड़ की सड़न से भारी दुर्गंध फैल रही है। स्थिति यह है कि नदी से सैकड़ों मीटर दूर बसे घरों में भी रहना दूभर हो गया है।

गंगा घाटों पर पानी उतरने के बाद चारों ओर गंदगी की मोटी परत जम गई है। मिट्टी, कचरा और सड़न ने सफाई को चुनौती बना दिया है। न तो सफाई अभियान में तेजी दिख रही है, और न ही कीटाणुनाशक दवाओं का छिड़काव हो पा रहा है। तेज धूप और चलती हवा के साथ दुर्गंध और भी तीव्र हो जाती है, जिससे स्थानीय निवासियों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। कुछ लोग इस आशंका में भी हैं कि कहीं पानी दोबारा न बढ़ जाए, इसीलिए वे अपने घरों की सफाई में झिझक रहे हैं।

प्रशासन के अनुसार, गंगा का जलस्तर अब 68.7 मीटर दर्ज किया गया है और खतरे की स्थिति कम हो रही है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र सफाई कराई जाए, चूने और संक्रमण रोकने वाली दवाओं का छिड़काव किया जाए।

वरुणा नदी का जलस्तर भी तेजी से घटा है। इसके तटवर्ती इलाकों - जैसे तातेपुर, सलारपुर, रसूलगढ़, पैगंबरपुर, मौजहाल और मीरा घाट - में लोग अपने घरों की सफाई में लगे हैं। लेकिन कीचड़ और दुर्गंध ने काम को बेहद मुश्किल बना दिया है। साथ ही, कई स्थानों पर संक्रामक रोगों के मामले भी सामने आने लगे हैं, जिससे चिंता और बढ़ गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए अलर्ट जारी किया है। राहत शिविरों में बुखार, दस्त और त्वचा रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। विभागीय टीमें शिविरों में तो सक्रिय हैं, लेकिन जो लोग घरों में ही रह रहे हैं, उन्हें अभी पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। वहीं, गंदगी और रुके पानी के चलते मच्छरों की संख्या बढ़ने लगी है, जिससे डेंगू और मलेरिया का खतरा मंडरा रहा है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, गलियों और घरों में फैली गंदगी के कारण अब सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले जीव-जंतु भी निकलने लगे हैं। कई इलाकों में रहना बेहद खतरनाक और असुविधाजनक हो गया है। लोग अब प्रशासन से यह उम्मीद कर रहे हैं कि राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि बाढ़ के बाद की इस दूसरी त्रासदी से जल्द राहत मिल सके।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL
News Report Youtube Channel

LATEST NEWS