News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

वाराणसी: मिड-डे मील में 7 वर्षीय मासूम खौलती दाल से झुलसा, परिजनों ने उठाये स्कूल पर सवाल

वाराणसी: मिड-डे मील में 7 वर्षीय मासूम खौलती दाल से झुलसा, परिजनों ने उठाये स्कूल पर सवाल

वाराणसी के प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे मील के दौरान खौलती दाल गिरने से 7 वर्षीय छात्र झुलस गया, परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।

वाराणसी: फूलवरिया वार्ड के पहलुकापुरा प्राथमिक विद्यालय में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। स्कूल में मिड-डे मील के समय 7 वर्षीय ऋषभ पर खौलती दाल गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। कक्षा पहली में पढ़ने वाला ऋषभ अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है। इस घटना ने न केवल बच्चे के परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।

परिवार के अनुसार, घटना तब हुई जब बच्चे लाइन में खड़े होकर मिड-डे मील ले रहे थे। अचानक पीछे से आए धक्के की वजह से ऋषभ गर्म दाल भरे भगोने के पास गिर पड़ा। इसी दौरान पूरा भगोना उसके पैरों पर पलट गया। हादसे में उसका लगभग 30 प्रतिशत शरीर झुलस गया है। रसोइया भी इस घटना में हल्की चोट का शिकार हुई।

बच्चे की दादी उषा देवी ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब 2 बजे सूचना मिली कि ऋषभ को किसी डॉक्टर के पास ले जाया गया है। जब वह वहां पहुंचीं तो उन्होंने देखा कि पोते के दोनों पैर बुरी तरह झुलस चुके हैं और एक पैर पर पट्टी बंधी हुई थी। उन्होंने टीचर से जवाब मांगा तो कथित तौर पर उन्हें बेहद असंवेदनशील प्रतिक्रिया मिली। उषा देवी के अनुसार, शिक्षिका ने कहा, की "घर पर जल जाता तो क्या करतीं, जो होना था हो गया, अब इलाज कराओ।" इस जवाब ने परिजनों के गुस्से और पीड़ा को और बढ़ा दिया।

शाम को जब बच्चे की हालत बिगड़ने लगी तो परिवार उसे कबीरचौरा अस्पताल लेकर गया, जहां उसे बर्न वार्ड में भर्ती कर लिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक ऋषभ करीब 30 प्रतिशत तक झुलस चुका है और उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल बच्चा दर्द से तड़प रहा है, लेकिन स्थिर है।

बच्चे के पिता संतोष सोनकर, जो दिव्यांग हैं और सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं, ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने पूरी घटना पर गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि बच्चे को सचमुच किसी ने धक्का दिया होता तो उसके हाथ और शरीर के अन्य हिस्से भी जलते, केवल पैर ही क्यों जले। संतोष का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी शिक्षकों व प्रधानाचार्य पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

स्कूल की ओर से सहायक अध्यापक जफर ने बताया कि घटना के समय वह स्कूल से बाहर थे, लेकिन रसोइया ने उन्हें जानकारी दी कि मिड-डे मील बांटते समय एक बच्चे ने ऋषभ को धक्का दे दिया, जिससे हादसा हुआ। हालांकि, परिजन इसे लापरवाही मान रहे हैं और शिक्षकों की जिम्मेदारी तय करने की मांग कर रहे हैं।

पीड़ित ऋषभ ने खुद भी बताया कि वह भोजन की लाइन में खड़ा था, तभी अचानक किसी ने उसे पीछे से धक्का दिया, जिससे वह गर्म दाल में गिर पड़ा। उसने कहा कि उसे नहीं पता कि किसने धक्का दिया।

घटना के बाद से परिजन बेहद आक्रोशित हैं। उनका आरोप है कि हादसे के बाद से न तो स्कूल से कोई व्यक्ति हालचाल लेने अस्पताल पहुंचा और न ही किसी ने फोन पर स्थिति जानने की कोशिश की। इस लापरवाही ने परिवार की पीड़ा और बढ़ा दी है।

यह घटना मिड-डे मील योजना की सुरक्षा व्यवस्था और स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी पर कई सवाल खड़े कर रही है। सवाल यह भी उठ रहा है कि छोटे बच्चों के बीच खौलते भोजन के बड़े भगोनों को इतनी असावधानी से क्यों रखा गया, जिससे हादसे की आशंका बनी रहे।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL
Bluva Beverages Pvt. Ltd

LATEST NEWS