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वाराणसी: दिव्यांग माता-पिता की नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म, गर्भवती होने पर खुला मामला

वाराणसी: दिव्यांग माता-पिता की नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म, गर्भवती होने पर खुला मामला

वाराणसी के चौबेपुर में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, पीड़िता गर्भवती होने के बाद परिजनों ने छह महीने बाद शिकायत दर्ज कराई, पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

वाराणसी: चौबेपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ दो युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता के गर्भवती होने और छह महीने का गर्भ होने के बाद ही परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता का परिवार पहले से ही कई मुश्किलों का सामना कर रहा है, जिसमें उसकी मां गूंगी और दिव्यांग हैं, जबकि पिता मानसिक रूप से अक्षम हैं। ऐसे में, नाबालिग लड़की को परिवार से कोई खास सहारा नहीं मिल पाया।

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने पीड़िता से पूछताछ की और आरोपियों के घरों पर छापेमारी की। इस दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरा अभी भी फरार है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दूसरे आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है, ताकि मामले में और सबूत जुटाए जा सकें।

एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जांच जारी है, और पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए तेजी से कार्यवाही कर रही है। हालांकि, इस अपराध की देर से रिपोर्टिंग ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जो समाज के कमजोर और वंचित तबके के लोगों को न्याय दिलाने में आने वाली चुनौतियों को उजागर करता है।

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है और नाबालिगों, खासकर पिछड़े परिवारों की लड़कियों, की सुरक्षा के लिए बेहतर तंत्र बनाने पर जोर दिया है। यह मामला एक बार फिर उन सुधारों की आवश्यकता को रेखांकित करता है, जो इस तरह की जघन्य घटनाओं को रोकने और पीड़िताओं को समय पर न्याय दिलाने में मदद कर सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसी घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करें, ताकि पीड़िताओं का और अधिक शोषण न हो।

जांच आगे बढ़ने के साथ ही पुलिस पर दबाव है कि वह इस मामले में न्याय सुनिश्चित करे, जिसने ग्रामीण इलाकों में नाबालिगों की सुरक्षा में खामियों को उजागर किया है। पीड़िता का मेडिकल रिपोर्ट इस मामले में महत्वपूर्ण सबूत साबित होगा। वहीं, सामाजिक संगठनों ने पीड़िता और उसके परिवार को इस मुश्किल घड़ी में सहायता प्रदान करने का काम शुरू कर दिया है।

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Category: crime uttar pradesh

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