Sat, 01 Nov 2025 13:56:51 - By : Tanishka upadhyay
आगरा जिले के किरावली तहसील के वाकंदा खास गांव में शुक्रवार को खेलते समय 6 साल का एक मासूम बच्चा कुएं में गिर गया। घटना के बाद से ही इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार सुबह तक 22 घंटे बीत जाने के बावजूद बच्चे का कोई पता नहीं चल सका है। लगातार चल रहे रेस्क्यू अभियान में अब SDRF की टीम भी जुट गई है, जो गोताखोरों और पुलिस के साथ मिलकर बच्चे को ढूंढने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार, बच्चा अपने पिता रामगोपाल के साथ खेत में गया था। पिता वहां आलू बो रहे थे जबकि बच्चा पास में खेल रहा था। खेलते-खेलते वह खेत के किनारे बने पुराने कुएं के पास पहुंच गया। बताया गया कि पिता ने आवाज देकर बेटे को रोकने की कोशिश की, लेकिन जब तक वह दौड़कर पहुंचते, तब तक बच्चा कुएं में गिर चुका था। यह दृश्य देखकर पिता चीखते हुए उसकी ओर भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग मौके पर जुट गए और पुलिस व फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत सबसे पहले गांव के ही गोताखोरों को कुएं में उतारा गया, परंतु पानी अधिक होने की वजह से वे बच्चे तक नहीं पहुंच पाए। कुएं की गहराई लगभग 40 फीट बताई जा रही है और इसमें पानी लगातार भरा हुआ था। स्थिति को देखते हुए तीन बड़े पंपों से पानी निकालने का काम शुरू किया गया, ताकि कुएं के अंदर दृश्यता बढ़ाई जा सके और बच्चे की तलाश आसान हो सके।
रेस्क्यू अभियान में पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF के लगभग 40 से अधिक सदस्य लगातार जुटे हुए हैं। कुएं में उतरने के लिए सीढ़ी और रस्सियों का उपयोग किया जा रहा है, जबकि गोताखोर ऑक्सीजन मास्क पहनकर नीचे जा रहे हैं। पुलिस ने सुरक्षा कारणों से पूरे क्षेत्र को बैरिकेड कर दिया है ताकि रेस्क्यू में कोई बाधा न आए।
शुक्रवार रात को रेस्क्यू अभियान को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा, क्योंकि लगातार पानी निकालने से आसपास के खेतों में पानी भर गया था, जिससे कार्य में कठिनाई आने लगी। रात करीब साढ़े बारह बजे अभियान को अस्थायी रूप से रोका गया और शनिवार सुबह दोबारा शुरू किया गया। सुबह होते ही गांव के सैकड़ों लोग एक बार फिर मौके पर पहुंच गए और बच्चे के सकुशल बाहर आने की दुआ करने लगे।
मौके पर मौजूद SDRF टीम ने बताया कि कुएं की गहराई और पानी के स्तर को देखते हुए ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हर संभव प्रयास किया जा रहा है। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि पानी पूरी तरह निकालने के बाद बच्चे की सटीक स्थिति का पता चल सकेगा। इस बीच, गांव में मातम का माहौल है और परिवार के लोग कुएं के पास बैठकर अपने बच्चे के सुरक्षित लौटने की उम्मीद लगाए हुए हैं।