Wed, 12 Nov 2025 15:17:21 - By : Shriti Chatterjee
असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य बुधवार को अपने पैतृक क्षेत्र मिर्जापुर पहुंचे और मां विंध्यवासिनी देवी के धाम में विधिवत दर्शन-पूजन किया। राज्यपाल सुबह विंध्याचल पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में माता विंध्यवासिनी की आराधना की। इस दौरान उन्होंने पूरे विधि-विधान से पूजा संपन्न की और प्रदेश तथा देश की सुख-समृद्धि की कामना की।
दर्शन के बाद राज्यपाल ने कहा कि मां विंध्यवासिनी की कृपा से यह धाम अद्भुत ऊर्जा और श्रद्धा से भरा है। यहां की व्यवस्थाएं देखकर मन प्रसन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है। धाम में बने कॉरिडोर की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिल रही है और यह स्थान धार्मिक पर्यटन के दृष्टिकोण से और अधिक आकर्षक बन गया है।
राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि भारत की शक्ति उसके संस्कारों में निहित है। युवाओं को अपने जीवन में अनुशासन और नैतिकता को अपनाना चाहिए क्योंकि इन्हीं मूल्यों से देश मजबूत और समृद्ध बनता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति हमेशा से अपने स्वाभिमान और परंपराओं के लिए जानी जाती है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह अपने संस्कारों और विरासत की रक्षा करे।
दर्शन के बाद राज्यपाल अपने पैतृक गांव हाजीपुर भी पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीणों से भेंट की और उनके साथ समय बिताया। स्थानीय लोगों ने पारंपरिक स्वागत किया और राज्यपाल ने अपने बचपन के दिनों की यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि यह भूमि उनके लिए आस्था और प्रेरणा का स्रोत है, और यहां लौटकर उन्हें आत्मिक संतोष की अनुभूति होती है।
राज्यपाल की यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने पूरे कार्यक्रम की निगरानी की और श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया। विंध्याचल में राज्यपाल के दर्शन से श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल रहा और बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में उपस्थित रहे।