Sat, 15 Nov 2025 11:11:38 - By : Palak Yadav
अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसी बीच यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि ध्वजारोहण के बाद रामलला के वीआईपी दर्शन दो दिनों तक बंद रहेंगे। ट्रस्ट ने इस अवसर के लिए विशेष निमंत्रण पत्र जारी किए हैं, ताकि पूरे आयोजन को सुव्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित रखने और व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था।
ध्वजारोहण समारोह 25 नवंबर को आयोजित किया जाएगा और उसी दिन रामलला का सामान्य तथा वीआईपी दोनों प्रकार का दर्शन पूरी तरह से स्थगित रहेगा। यह इसलिए किया गया है क्योंकि कार्यक्रम में शामिल आमंत्रित अतिथियों को निर्धारित क्रम में मंदिर परिसर में दर्शन कराया जाएगा। अधिकारियों का अनुमान है कि यह प्रक्रिया तीन घंटे से अधिक समय ले सकती है, जिसके कारण श्रद्धालुओं का प्रवेश अस्थायी रूप से रोका गया है। इसके साथ ही अगले दिन 26 नवंबर को भी वीआईपी दर्शन और सुगम पास से प्रवेश बंद रहेगा, हालांकि सामान्य दर्शन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने वीडियो संदेश जारी कर श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ध्वजारोहण के दिन मंदिर के दर्शन हेतु न आएं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम दोपहर तक चलेगा, जिसके बाद अतिथियों को दर्शन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि भीड़ बढ़ने की स्थिति में सुरक्षा और व्यवस्था दोनों पर असर पड़ सकता है, इसलिए यह निर्णय सभी के हित में लिया गया है। प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालु 26 नवंबर को सामान्य कतारों में दर्शन कर सकेंगे और इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है।
ध्वजारोहण समारोह में शामिल होने वाले विशिष्ट अतिथियों के लिए ट्रस्ट ने एक अलग निमंत्रण पत्र प्रकाशित कराया है। यह निमंत्रण पत्र पीले रंग का है और इसमें कुल चार पन्ने हैं। पहले पृष्ठ पर आयोजन का उल्लेख किया गया है, जबकि दूसरे पृष्ठ पर सभी ट्रस्टियों के नाम दिए गए हैं। तीसरे पृष्ठ में हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ तिथि, प्रवेश मार्ग और समयावधि दर्ज है। चौथे पृष्ठ में यह बताया गया है कि ध्वजारोहण का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत के हाथों संपन्न होगा। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे।
इससे पहले जारी किए गए निमंत्रण पत्र का रंग सफेद था। उस पत्र में अतिथियों का नाम, कोड नंबर और आयोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां थीं, लेकिन उसमें प्रधानमंत्री या किसी अन्य विशिष्ट जन का उल्लेख नहीं किया गया था। नए निमंत्रण पत्र को अधिक औपचारिक और विशिष्ट अतिथियों के अनुरूप तैयार किया गया है।
ट्रस्ट और प्रशासन का कहना है कि प्रत्येक निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखकर लिया गया है। ध्वजारोहण के दिन भीड़ बहुत अधिक होने की संभावना है, इसलिए प्रवेश नियंत्रण और व्यवस्था बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम को लेकर शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मंदिर परिसर में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।