Thu, 27 Nov 2025 23:01:16 - By : SUNAINA TIWARI
आजमगढ़ के अलग अलग थाना क्षेत्रों में चौबीस घंटे के भीतर हुई सड़क दुर्घटनाओं ने पूरे जिले को दहला दिया। इन हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक पति और पुत्र गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज अस्पताल में जारी है। लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने सड़क सुरक्षा को लेकर स्थानीय लोगों की चिंता और बढ़ा दी है। पहला हादसा सुल्तानपुर जिले के अखंडनगर थाना क्षेत्र के गांव कलान निवासी सुषमा की मौत से जुड़ा है। वह बुधवार दोपहर अपने पति लालबहादुर और पुत्र आनंद के साथ बाइक से रिश्तेदारी जा रही थीं। जैसे ही उनका परिवार बागभार पवई क्षेत्र के पास पहुंचा, एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि सुषमा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पति और पुत्र गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गए। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। परिवार पर अचानक आई इस त्रासदी ने गांव में गहरा शोक फैला दिया है।
दूसरा हादसा फूलपुर क्षेत्र में हुआ जहां जौनपुर के कुकरही गौराबादशाहपुर निवासी अभिषेक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अभिषेक एक सप्ताह पहले अपने मामा चंद्रभान के घर मधुपुर गांव में एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आया था। बुधवार शाम करीब सात बजे वह बाइक से घर लौट रहा था। कनेरी गांव स्थित पेट्रोल पंप के पास एक अनियंत्रित वाहन ने उसे टक्कर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं और आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे एक निजी अस्पताल पहुंचाया। हालांकि डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अभिषेक दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया और गांव में शोक का माहौल बन गया। कोतवाल सच्चिदानंद ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
तीसरा हादसा जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में सामने आया जहां टडवा बद्दोपुर निवासी अजय मंगलवार शाम करीब पांच बजे सड़क पार कर रहे थे। प्रियांशु नर्सिंग होम के पास एक बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें पहले स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन हालत लगातार बिगड़ने पर डॉक्टर ने उन्हें रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उन्हें लछिरामपुर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए जहां बुधवार देर शाम उनकी मौत हो गई। अजय दो पुत्र और एक पुत्री के पिता थे और उनकी अचानक हुई मौत ने पूरे परिवार को टूट कर रख दिया है। परिजनों ने बताया कि अजय परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ संभालने वाले व्यक्ति थे और उनकी मौत से परिवार के सामने कठिन हालात खड़े हो गए हैं।
इन तीनों दुर्घटनाओं ने जिले में सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों की लापरवाही के प्रति चिंता को गहरा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार और अनियंत्रित वाहनों के चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने हर मामले में जांच शुरू कर दी है और संबंधित क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने की बात कही है। जिले में लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सड़कों पर बढ़ती रफ्तार का खामियाजा आखिर कब तक आम लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ेगा।