आजमगढ़-वाराणसी हाईवे पर मेंटेनेंस के नाम पर लापरवाही, पांच दिनों में 20 से अधिक सड़क हादसे

आजमगढ़-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर ठेकेदार की लापरवाही से सड़क बदहाल है, जिससे पांच दिनों में 20 से अधिक हादसे हुए, कई लोग घायल।

Fri, 31 Oct 2025 11:53:17 - By : Shriti Chatterjee

आजमगढ़-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग NH28 इन दिनों यात्रियों के लिए परेशानी और खतरे का कारण बन गया है। सड़क के रखरखाव और मरम्मत के नाम पर ठेकेदार कंपनी की लापरवाही ने हादसों का सिलसिला शुरू कर दिया है। बीते पांच दिनों में इस मार्ग पर 20 से अधिक दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क निर्माण एजेंसी कई स्थानों पर मरम्मत कार्य के दौरान सड़क को खोदकर अधूरा छोड़ देती है। काम पूरा होने के बाद भी गड्ढों को नहीं भरा जाता और निर्माण सामग्री जैसे गिट्टी और बालू सड़क पर ही छोड़ दी जाती है। रात के समय या तेज गति से चलने वाले वाहनों के लिए ये गड्ढे और ऊबड़-खाबड़ सड़कें किसी जाल से कम नहीं हैं।

ताजा मामला टीशोरा गांव के पास सामने आया, जहां सड़क पर छोड़ी गई गिट्टी के ढेर से एक ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया और ट्रक खेत में पलट गया। आसपास के लोगों की मदद से चालक को बाहर निकाला गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है, बल्कि ऐसी घटनाएं रोज की बात बन चुकी हैं।

सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि कई स्थानों पर पुरानी और नई परत के बीच दो फीट तक का अंतर है। यह ऊंचाई-नीचाई वाहन चालकों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है। खासकर दोपहिया वाहन सवार अक्सर फिसलकर गिर जाते हैं। हादसों के बावजूद ठेकेदार कंपनी और संबंधित विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।

स्थानीय निवासी सत्यम चौरसिया ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों से सड़क की स्थिति बेहद खराब हो गई है। हर दिन दो से तीन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़क में अचानक गड्ढे आने से गाड़ी संभालना मुश्किल हो जाता है। यह वही सड़क है जो पांच साल पहले बनी थी, लेकिन अब कई जगहों पर पूरी तरह टूट चुकी है।

लोगों का कहना है कि ठेकेदार कंपनी मेंटेनेंस के नाम पर औपचारिकता निभा रही है और विभागीय अधिकारी केवल कागजों पर जांच कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द पूरी करवाने और जिम्मेदार एजेंसी पर कार्रवाई की मांग की है।

सड़क की खराब हालत का असर यात्रियों के साथ-साथ परिवहन सेवाओं पर भी पड़ रहा है। आए दिन जाम की स्थिति बन जाती है और वाहनों को लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। यह मार्ग आजमगढ़, वाराणसी, मऊ और जौनपुर जैसे जिलों को जोड़ता है, इसलिए यहां लगातार भारी यातायात रहता है। ऐसे में यह लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

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