Mon, 08 Sep 2025 18:02:38 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
बदायूं: भ्रष्टाचार पर सख्त नकेल कसने की दिशा में सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई हुई। बदायूं जिले की सहसवान कोतवाली में तैनात सब-इंस्पेक्टर कमलेश सिंह को एंटी-करप्शन टीम, बरेली ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम ने यह कार्रवाई उस समय की जब अधिकारी कथित तौर पर ₹20,000 की रिश्वत ले रहे थे। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे थानाक्षेत्र में हड़कंप मच गया और पुलिस विभाग के भीतर भी खलबली फैल गई।
सूत्रों के मुताबिक, एक स्थानीय व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सब-इंस्पेक्टर लगातार उससे धनराशि की मांग कर रहे हैं। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एंटी-करप्शन ब्यूरो ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया। सोमवार को जैसे ही आरोपी अधिकारी ने रिश्वत की रकम स्वीकार की, टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे पकड़ लिया। कार्रवाई इतनी तेज़ी से हुई कि मौके पर मौजूद लोग भी कुछ समझ नहीं पाए। इसके बाद आरोपी अधिकारी को औपचारिक कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए सीधे बरेली ले जाया गया।
एंटी-करप्शन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ चल रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। विभागीय स्तर पर भी इस मामले को बेहद गंभीर माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस जैसी संवेदनशील सेवा में तैनात कर्मचारी अगर भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए जाते हैं तो यह न केवल विभाग की साख पर धब्बा है, बल्कि आम जनता का भरोसा भी कमजोर करता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई से आम नागरिकों को यह भरोसा मिलता है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद उसे अनसुना नहीं किया जाता। एंटी-करप्शन की यह सक्रियता साफ संकेत देती है कि प्रदेश स्तर पर भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, कई लोगों ने इसे "साहसिक कदम" बताते हुए कहा कि अब लोगों को न्याय पाने के लिए सही प्लेटफ़ॉर्म पर शिकायत करने का विश्वास और मजबूत हुआ है।
पकड़े गए अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी प्रक्रिया भी समानांतर रूप से चलेगी। फिलहाल उसे निलंबित किए जाने की संभावना जताई जा रही है और पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। इस बीच, पुलिस विभाग के अंदरूनी गलियारों में इस गिरफ्तारी को लेकर चर्चा तेज है और माना जा रहा है कि आने वाले समय में भ्रष्टाचार से जुड़े अन्य मामलों पर भी एंटी-करप्शन की निगाहें टिकी हुई हैं।
यह कार्रवाई न सिर्फ सहसवान थानाक्षेत्र बल्कि पूरे जिले के लिए एक संदेश है कि रिश्वतखोरी जैसी प्रवृत्तियों पर अब किसी भी स्तर पर ढील नहीं दी जाएगी। आम नागरिकों और समाज के लिए यह घटना उम्मीद जगाती है कि यदि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो सिस्टम उनका साथ देगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।