वाराणसी: बीएचयू कैंपस में देर रात बवाल, छात्रों-सुरक्षाकर्मियों में पत्थरबाजी से 50 घायल

बीएचयू कैंपस में मामूली विवाद हिंसक झड़प में बदला, छात्रों व सुरक्षाकर्मियों के बीच पत्थरबाजी में 50 लोग घायल हुए।

Wed, 03 Dec 2025 10:57:50 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) का शांत वातावरण मंगलवार की आधी रात अचानक अफरातफरी में बदल गया, जब मामूली विवाद ने बड़े बवाल का रूप ले लिया। महामना की बगिया इस बार फिर शर्मसार हो गई, क्योंकि शिकायत लेकर पहुंचे छात्र और सुरक्षाकर्मियों के बीच शुरू हुई कहासुनी धीरे-धीरे हिंसक झड़प में तब्दील हो गई। छात्रों का आरोप था कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही, जिसके बाद उन्होंने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी। कुछ ही मिनटों में हालात इतने बिगड़ गए कि विश्वविद्यालय प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी।

रात बढ़ने के साथ-साथ तनाव भी बढ़ता गया। करीब पांच थानों की पुलिस फोर्स और PAC की टुकड़ियां कैंपस में दाखिल हुईं और हालात को काबू करने में जुट गईं। पुलिस ने छात्रों को उनके हॉस्टल की ओर खदेड़ा और विश्वविद्यालय के हॉस्टल मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया। लगभग दो घंटे तक कैंपस में हालात बेहद तनावपूर्ण बने रहे। इस दौरान करीब 50 लोग घायल हुए, जिनमें 10 पुलिसकर्मी, 20–25 छात्र और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के 10–15 सदस्य शामिल बताए गए।

छोटी घटना ने लिया बड़ा रूप
यह पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब राजाराम हॉस्टल के पास एक गाड़ी ने कथित तौर पर बिरला हॉस्टल के छात्र को टक्कर मार दी। गुस्साए छात्र शिकायत लेकर चीफ प्रॉक्टर कार्यालय पहुंचे और तत्काल कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि उचित कार्रवाई न होने से नाराज छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस बढ़ती चली गई। थोड़ी ही देर में सैकड़ों छात्र वीसी आवास के बाहर जमा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

स्थिति तब और बिगड़ी जब छात्रों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से झड़प की नौबत आ गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में छात्र पत्थर फेंकते और सुरक्षाकर्मी उन्हें दौड़ाते दिखे। लगातार चल रही पत्थरबाजी ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया। बिड़ला हॉस्टल से रुइया हॉस्टल तक लगभग 500 मीटर की दूरी में सड़कों पर सिर्फ पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे थे।

गमले तोड़े, बैरिकेडिंग ध्वस्त, बैनर फाड़ा
गुस्से में उबल रहे छात्रों का गुस्सा कई स्थानों पर फूट पड़ा। एलडी गेस्ट हाउस के बाहर चौराहे पर लगे 20 से अधिक पौधों के गमले तोड़े गए। वहीं VC आवास के पास लगे तमिल संगमम् के बैनरों को भी फाड़ दिया गया। पुलिस और PAC की टीमों ने मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रण में लेने की कोशिश की और बड़ी मशक्कत के बाद भीड़ को पीछे हटाया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दो छात्रों को पकड़कर लंका थाने में बैठाया है, जहां पूछताछ जारी है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया
रात में घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर शिव प्रकाश सिंह ने कहा कि मामले की तह तक जाने के लिए CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक किसी की ओर से आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। वहीं, एसीपी गौरव सिंह ने पुष्टि की कि छात्रों की ओर से पत्थरबाजी की गई थी और फिलहाल कैंपस में स्थिति सामान्य है।

बीएचयू में इस तरह की घटना ने एक बार फिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और छात्रों एवं प्रशासन के बीच संवाद की कमी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन अब मामले की जांच में जुटा है, जबकि छात्र पक्ष साफ कह रहा है कि उनकी शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई की जाती तो हालात यहां तक न पहुंचते।

लखनऊ: पीएम कार्यक्रम के बाद सजावटी गमले उठाए जाने की घटना का वीडियो वायरल

वाराणसी एयरपोर्ट पर इंडिगो चालक दल ने ड्यूटी सीमा के चलते उड़ान से किया इनकार

वाराणसी: काल भैरव मंदिर में वार्षिक श्रृंगार-अन्नकूट उत्सव, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

कानपुर: रखरखाव कार्य के चलते कई इलाकों में बिजली आपूर्ति आज बाधित

वाराणसी और पूर्वांचल में घना कोहरा, सुबह गलन से जनजीवन प्रभावित