Tue, 23 Sep 2025 12:11:36 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कला संकाय के जर्मन भाषा विभाग के दस छात्र-छात्राएं जर्मनी में प्रशिक्षण और नौकरी के अवसरों के लिए रवाना होंगे। इन विद्यार्थियों को जर्मनी के मैकडोनाल्ड्स कंपनी में काम करने का मौका मिलेगा, जहां उन्हें ट्रेनिंग के साथ स्टाइपेंड और मुफ्त आवास की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
जर्मनी जाने वाले छात्रों में मेघा, आलोक और निहारिका दो महीने के लिए प्रशिक्षण लेंगे, जबकि शेषन, साक्षी, हर्ष और चारू आठ महीने तक वहां कार्य करेंगे। अनुज, सेजल और सतीश स्थायी तौर पर जर्मनी में रहकर काम करेंगे। सभी को उनके काम के घंटे के अनुसार वेतन दिया जाएगा और ट्रेनिंग सेशन भी वहां आयोजित होंगे।
बीएचयू में जर्मन भाषा के लिए उच्च रुचि देखी गई है। यूजी में चार राउंड की नियमित काउंसलिंग के बाद सभी 30 सीटें भर गई थीं, जबकि एमए के लिए मॉप अप राउंड से पहले केवल 8-10 सीटें खाली थीं। विश्वविद्यालय में जर्मन यूजी के 30 और पीजी के 20 सीटें उपलब्ध हैं। हालांकि, अन्य भाषाओं में 50 से 70 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं।
जर्मन विभाग की डॉ. ज्योति शर्मा ने बताया कि यूरोप के कई देशों में जर्मन भाषा बोली जाती है और इसलिए इसमें रुचि बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि एनईपी के तहत अब जर्मन मेजर के साथ-साथ माइनर विषय के रूप में भी उपलब्ध है। डॉ. ज्योति शर्मा ने यह भी साझा किया कि तीन दिन पहले बीएचयू में जेंडर-विशेष संवाद पर संगोष्ठी आयोजित की गई थी। इसमें कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी समेत देश भर के विशेषज्ञों ने वर्तमान शैक्षणिक और सामाजिक परिदृश्य में जर्मन भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस पहल से न केवल छात्रों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिलेगा, बल्कि उनकी पेशेवर दक्षता और भाषा कौशल में भी सुधार होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि ऐसे अवसर विद्यार्थियों के करियर को नई दिशा देंगे और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए उन्हें तैयार करेंगे।