Mon, 01 Dec 2025 12:22:13 - By : Tanishka upadhyay
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का नया प्रदेश कार्यालय अब अत्याधुनिक स्वरूप में तैयार किया जाएगा। लगभग दो सौ करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने जा रहा यह कार्यालय राजधानी के जियामऊ क्षेत्र में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इसकी विस्तृत योजना और भवन के नक्शे का अवलोकन किया। बैठक में भवन की रूपरेखा, निर्माण गुणवत्ता और आधुनिक सुविधाओं की रूपरेखा पर गहन चर्चा की गई।
भाजपा ने इस नए कार्यालय के लिए अट्ठावन हजार वर्ग फीट भूमि पहले ही हासिल कर ली है। नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय द्वारा स्वीकृत डिजाइन के मुताबिक यह भवन आधुनिकता और परंपरा का मिश्रण होगा। निर्माण समिति में मौजूद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और अन्य सदस्यों ने भी नक्शे और सुविधाओं की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि यह भवन भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जाए। सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। परिसर में प्रवेश से निकास तक हाई रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा भवन पूर्ण रूप से डिजिटल रूप से सक्षम होगा ताकि पार्टी की सभी गतिविधियां और चुनावी तैयारियां अधिक सुगमता से संचालित हो सकें।
नए कार्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री संगठन, प्रदेश महामंत्रियों, उपाध्यक्षों और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के लिए अलग-अलग कक्षों की व्यवस्था होगी। पार्टी के चुनावी अभियान को सशक्त बनाने के लिए अत्याधुनिक डिजिटल वार रूम, आईटी सेल, कॉल सेंटर और चुनाव प्रबंधन कक्ष भी बनाए जाएंगे। करीब एक हजार लोगों की क्षमता वाला भव्य प्रेक्षागृह भी बनेगा, जिसमें बड़े कार्यक्रम, प्रशिक्षण और महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन संभव होगा।
भवन में पुस्तकालय और गेस्ट हाउस की व्यवस्था भी रहेगी ताकि प्रदेश भर से आने वाले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को सुविधा मिल सके। पार्किंग की समस्या को देखते हुए बेसमेंट में विस्तृत पार्किंग क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा।
नया प्रदेश कार्यालय बन जाने के बाद भी पार्टी का पुराना कार्यालय यथावत संचालित रहेगा। इस तरह लखनऊ में भाजपा के दो कार्यालय होंगे, जिनका उपयोग अलग-अलग संगठनात्मक जरूरतों के हिसाब से किया जाएगा।
प्रदेश नेतृत्व का मानना है कि नया कार्यालय पार्टी कार्यकर्ताओं को बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करेगा और संगठनात्मक गतिविधियों को सुचारू बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगा। दिल्ली से अंतिम स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।