Mon, 24 Nov 2025 19:57:01 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मुंबई: हिंदी सिनेमा के महानायक, सदाबहार अभिनेता और लाखों दिलों की धड़कन धर्मेंद्र का सोमवार दोपहर 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अपनी अदम्य ऊर्जा, सौम्य मुस्कान और दमदार अभिनय के लिए मशहूर धर्मेंद्र ने मुंबई स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन की पुष्टि होते ही पूरे बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
सोमवार शाम मुंबई के विले पार्ले श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहाँ बॉलीवुड और राजनीतिक जगत की प्रमुख हस्तियाँ उन्हें अंतिम विदाई देने पहुँचीं। सलमान खान, अमिताभ बच्चन, आमिर खान, संजय दत्त, अक्षय कुमार, शबाना आजमी, अनिल कपूर सहित अनेक दिग्गज कलाकारों ने नम आँखों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। श्मशान घाट पर उनकी बेटी ईशा देओल और परिवार के अन्य सदस्य भावुक दिखाई दिए। करण देओल अपने दादा की अंतिम यात्रा से लौटते समय फूट-फूटकर रो पड़े, जबकि हेमा मालिनी भी अपने जीवनसाथी को आखिरी बार विदा करते हुए गहरे दुःख में डूबी दिखीं।
अस्पताल से घर लौटे थे कुछ दिन पहले, धर्मेंद्र पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्हें 31 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ उपचार के बाद 12 नवंबर की सुबह करीब 7.30 बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद से वह घर पर ही डॉक्टरी निगरानी में थे। परिजनों के अनुसार, उनकी हालत धीरे-धीरे बेहतर हो रही थी, लेकिन सोमवार दोपहर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और कुछ ही समय में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मेंद्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जाना “एक पूरे युग के अंत” जैसा है। उन्होंने लिखा कि धर्मेंद्र साहब ने भारतीय सिनेमा को जो गौरव प्रदान किया, वह पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री ने परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना भी प्रकट की।
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के साहनेवाल गांव में हुआ था। एक साधारण परिवार से निकलकर हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टार बनने तक का उनका सफर प्रेरक रहा है।
उन्होंने वर्ष 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से अपने करियर की शुरुआत की। 1960 के दशक में आई मिलन की बेला, फूल और पत्थर और आए दिन बहार के जैसी फिल्मों ने उन्हें रातोंरात लोकप्रिय बना दिया। अपने दमदार व्यक्तित्व और एक्शन से भरपूर भूमिकाओं के लिए उन्हें ‘ही-मैन ऑफ बॉलीवुड’ का खिताब मिला, जिसे वे अंतिम समय तक कायम रखते रहे।
65 वर्षों के करियर में धर्मेंद्र ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और लगातार हिट फिल्में देने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में शोले, यमला पगला दीवाना, धर्मवीर, चुपके चुपके, मेरा गांव मेरा देश, ड्रीम गर्ल जैसी अनगिनत यादगार फिल्में शामिल हैं, जिन्हें आज भी दर्शक उतने ही प्रेम से देखते हैं। धर्मेंद्र ने हर शैली में अपनी एक छाप छोड़ी चाहे रोमांस हो, एक्शन, कॉमेडी या पारिवारिक ड्रामा। अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी, शोलों के जय-वीरू की तरह, भारतीय सिनेमा की अमर यादों में दर्ज है।
धर्मेंद्र ने वर्ष 1980 में अभिनेत्री हेमा मालिनी से विवाह किया था। दोनों की जोड़ी न केवल पर्दे पर बल्कि निजी जीवन में भी बेहद लोकप्रिय रही। अंतिम यात्रा के दौरान हेमा मालिनी का दुःख साफ झलक रहा था। 45 वर्षों साथ रहने के बाद आज पहली बार दोनों की राहें जुदा हुईं।
अपने बढ़ती उम्र के बावजूद धर्मेंद्र लगातार सक्रिय रहे। वे हाल ही में शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नजर आए थे, जहाँ उनकी भूमिका को खूब सराहा गया।
उनकी आगामी फिल्म “इक्कीस” में भी वे दिखने वाले थे, जिसमें अगस्त्या नंदा मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म 25 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। कुछ ही दिन पहले जारी हुए ट्रेलर में धर्मेंद्र अपने उसी पुराने आकर्षण और ऊर्जा के साथ दिखे, जिसे दर्शक सदैव याद रखेंगे।
धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि भारतीय सिनेमा की वह चमक थी जिसकी रोशनी हमेशा जगमगाती रहेगी। उनकी अदाकारी, विनम्र स्वभाव और जीवंत व्यक्तित्व ने अपार पीढ़ियों को प्रभावित किया है।
उनका जाना न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि करोड़ों प्रशंसकों के लिए एक व्यक्तिगत क्षति जैसा है। धर्मेंद्र अपनी फिल्मों, संवादों, स्मित मुस्कान और विनम्रता के साथ हमेशा दिलों में जिंदा रहेंगे।