चंदौली: पुलिस ने जिम संचालक हत्याकांड के दो वांटेड अपराधियों को दबोचा, भारी असलहा बरामद

चंदौली पुलिस ने जिम संचालक अरविंद यादव हत्याकांड के दो इनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में असलहे बरामद किए।

Sun, 31 Aug 2025 14:32:55 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

चंदौली: जिला पुलिस ने रविवार देर रात एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जिम संचालक अरविंद यादव हत्याकांड में फरार चल रहे दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर पुलिस ने ₹50-50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल समेत सात पिस्टल, तीन तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं।

पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के नेतृत्व और क्षेत्राधिकारी पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी शर्मा के पर्यवेक्षण में थाना मुगलसराय प्रभारी निरीक्षक गगनराज सिंह व स्वाट/सर्विलांस टीम प्रभारी उपनिरीक्षक आशीष मिश्रा की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चकिया तिराहे के पास घेराबंदी की और रात करीब 1:23 बजे दो संदिग्ध युवकों को धर दबोचा। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान रोशन यादव (निवासी गाजीपुर) और रोहित यादव (निवासी वाराणसी) के रूप में हुई। दोनों कंधे पर बैग टांगे हुए थे, जिनकी तलाशी लेने पर घातक हथियार बरामद किए गए।

पुलिस पूछताछ में दोनों ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए स्वीकार किया कि उन्होंने अपने साथियों के साथ जुलाई माह में ग्राम धरना निवासी जिम संचालक व प्रॉपर्टी डीलर अरविंद यादव उर्फ बिंदु यादव की गोली मारकर हत्या की थी। उन्होंने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद वे फरार हो गए थे और अब असलहा की खरीद-फरोख्त के लिए इलाके में आए थे।

रोहित यादव ने पूछताछ में बताया कि उसकी दोस्ती रोशन यादव से काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव के दौरान हुई थी। बाद में वह वाराणसी जेल में ब्रजेश यादव उर्फ बाबा से मिला, जिसके साथ मिलकर अवैध हथियारों की तस्करी का काम शुरू किया। हत्याकांड के दिन भी बाबा यादव और अन्य साथियों के साथ मिलकर उन्होंने अरविंद यादव पर हमला किया था। जिम संचालक की मौके पर गोली मारकर हत्या कर दी गई और सभी आरोपी अलग-अलग दिशाओं में भाग निकले।

गौरतलब है कि 21 जुलाई 2025 को मुगलसराय थाना क्षेत्र के ग्राम धरना में बाइक सवार बदमाशों ने अरविंद यादव को गोली मार दी थी। उन्हें गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर वाराणसी ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले में पहले ही नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था और अब दो वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ इस कांड में शामिल कुल 11 अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं।

पुलिस ने पकड़े गए दोनों अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बरामद असलहे में सात पिस्टल, तीन तमंचे और 10 जिंदा कारतूस शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि अभियुक्तों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और वे कई गंभीर मामलों में वांछित थे।

इस संयुक्त कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक गगनराज सिंह, उपनिरीक्षक मनोज तिवारी, अजय कुमार, अभिषेक शुक्ला समेत स्वाट व सर्विलांस की टीम सक्रिय रही। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपराधियों के नेटवर्क और असलहा सप्लाई चैन की जांच की जा रही है।

इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा। वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण ने भी चंदौली पुलिस की तत्परता को प्रशंसनीय बताया।

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