Fri, 17 Oct 2025 14:34:42 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: एक महत्वपूर्ण पहल के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़े वर्ग के छात्रों के खातों में 297 करोड़ रुपये सीधे जमा किए। यह समारोह लोकभवन में आयोजित किया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 में छात्रवृत्ति का वितरण इस बार पहली बार सितंबर में ही शुरू किया गया।
छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब सीधे लाभ अंतरण प्रणाली (डीबीटी) के माध्यम से छात्रवृत्ति वितरित की जा रही है, जिससे छात्रों को कहीं भी भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पहले छात्रवृत्ति के चयन की प्रक्रिया में भेदभाव होता था और 2016-17 में अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति हड़प ली गई थी। लेकिन अब प्रदेश के लगभग 62 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति बिना किसी भेदभाव के मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने के बाद तय किया कि छात्रवृत्ति साल के अंत में नहीं बल्कि दो चरणों में दी जाए। यह बदली हुई व्यवस्था छात्रों को समय पर वित्तीय सहायता पहुंचाने का प्रतीक है। उन्होंने अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों से स्कूल जाने और पढ़ाई करने की अपील की और कहा कि शिक्षा समाज बदलने की कुंजी है।
पहले चरण में लगभग 62.13 करोड़ रुपये कक्षा 9 से 12 तक के 2.5 लाख ओबीसी छात्रों के खातों में ट्रांसफर किए गए। दूसरे चरण में 126.68 करोड़ रुपये 4.83 लाख से अधिक छात्रों के खातों में भेजे गए।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यूपी सरकार अब ई-गवर्नेंस से ईजी गवर्नेंस की ओर बढ़ रही है, जिससे सरकारी कल्याण योजनाओं की पारदर्शिता और गति बढ़ रही है।
यह पहल छात्रों को समय पर और पारदर्शी तरीके से वित्तीय सहायता पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यूपी के छात्रों का भविष्य सशक्त और सुरक्षित बन सके।