Thu, 30 Oct 2025 13:04:50 - By : Palak Yadav
वाराणसी: देव दीपावली जैसे भव्य और दिव्य पर्व को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्च स्तरीय बैठक की। 5 नवंबर को आयोजित होने वाली देव दीपावली की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि यह उत्सव काशी की सनातन परंपरा, गंगा आराधना और लोकआस्था का अद्वितीय संगम है। यह पर्व भारत की उस प्राचीन परंपरा का प्रतीक है, जहां दीप केवल प्रकाश नहीं, बल्कि धर्म, कर्तव्य और राष्ट्रभाव का प्रतीक होते हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि काशी की पहचान को इस आयोजन के माध्यम से और भी भव्य बनाया जाए ताकि देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय अनुभव मिले।
मुख्यमंत्री ने गंगा महोत्सव और देव दीपावली से जुड़ी सभी तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घाटों पर दीपदान, सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन इस तरह हो कि श्रद्धा, अनुशासन और सौंदर्य का अद्भुत संगम दिखाई दे। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सुरक्षा, स्वच्छता, भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। घाटों पर स्मार्ट लाइटिंग, आकर्षक फ्लोरल डेकोरेशन और थीम आधारित इंस्टॉलेशन की व्यवस्था हो।
सीएम योगी ने नगर निगम, पर्यटन, पुलिस, जल पुलिस, संस्कृति, सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, विद्युत और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि वे समन्वय के साथ काम करें ताकि कोई भी कमी न रह जाए। उन्होंने कहा कि घाटों की निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से की जाए और पूरे कार्यक्रम की गतिविधियों पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जाए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहे और कमांड सेंटर से सीसीटीवी फीड की निरंतर निगरानी की जाए। घाटों और आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त शौचालय, पेयजल, चिकित्सा सहायता और प्राथमिक उपचार केंद्र की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति के लिए घाटों के पास नौका और एम्बुलेंस सेवाएं भी तैनात रहें। साथ ही नाविकों को लाइफ जैकेट, पहचान टैग और उनके लिए तय रूट की जानकारी दी जाए ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
बैठक के दौरान बताया गया कि चेत सिंह घाट पर 25 मिनट का लेजर शो प्रतिदिन तीन बार आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा काशी विश्वनाथ घाट से चेत सिंह घाट तक सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन बनाई जाएगी जो गंगा और काशी की सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करेगी। काशी विश्वनाथ धाम घाट के सामने ग्रीन आतिशबाजी और संगीत कार्यक्रम के साथ 10 मिनट का ग्रीन फायरक्रैकर शो भी होगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का आयोजन “क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी” के भाव को साकार करने वाला हो। घाटों से लेकर गलियों तक स्वच्छता, सुगमता और प्रकाश व्यवस्था बनाए रखी जाए। यातायात, पार्किंग, बैरिकेडिंग, विद्युत आपूर्ति और चिकित्सा सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
योगी ने यह भी निर्देश दिए कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों, विद्यालयों के विद्यार्थियों, महिला समूहों और धर्माचार्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल प्रशासनिक कार्यक्रम न होकर जनता की सहभागिता से जन-जन के गौरव का प्रतीक बने। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि इस अवसर पर गंगा घाटों पर अनुशासन और सुरक्षा की मिसाल कायम की जाए ताकि दुनिया काशी के इस भव्य आयोजन को देख गर्व महसूस करे।