Thu, 18 Dec 2025 19:19:33 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: आज बृहस्पतिवार को वाराणसी में उस समय राजनीतिक माहौल गरमा गया, जब भाजपा कार्यालय का घेराव करने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मलदहिया क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कांग्रेसियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए पुलिस कार्रवाई का विरोध किया और कहा कि “सत्य की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।” कार्यकर्ताओं का कहना था कि वे डरने या दबने वाले नहीं हैं और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखते रहेंगे।
कांग्रेस कार्यकर्ता मलदहिया स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के पास एकत्रित हुए, जहां उन्होंने चेतावनी प्रदर्शन किया। इसके बाद वे सिगरा स्थित भाजपा कार्यालय की ओर घेराव के लिए कूच करने लगे। हालांकि, पहले से मुस्तैद भारी पुलिस बल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया और हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों के खिलाफ नारे लगाए, जिससे क्षेत्र में कुछ समय के लिए तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी को राजनीतिक दुर्भावना के तहत फर्जी तरीके से फंसाया जा रहा है। उनका कहना था कि यह कार्रवाई लोकतांत्रिक विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास है, जिसे कांग्रेस स्वीकार नहीं करेगी। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध दर्ज कराने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया।
इधर, कार्यक्रम से पहले ही पुलिस ने एहतियातन कार्रवाई करते हुए महानगर अध्यक्ष युवा कांग्रेस चंचल शर्मा को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया। इस कदम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में और नाराजगी देखी गई। नेताओं ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश बताते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया। वहीं, कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि वह लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत अपना विरोध आगे भी जारी रखेगी। बृहस्पतिवार को हुई इस कार्रवाई के बाद वाराणसी की सियासत में हलचल तेज हो गई है और आने वाले दिनों में राजनीतिक गतिविधियां और तेज होने के संकेत मिल रहे हैं।