Sun, 06 Jul 2025 17:01:41 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
सोनभद्र: राजधानी दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार की शाम करीब 6:45 बजे लगी भीषण आग ने एक युवा होनहार छात्र की जान ले ली। मृतक की पहचान 24 वर्षीय कुंवर धीरेंद्र विक्रम सिंह के रूप में हुई है, जो यूपी के सोनभद्र जिले का रहने वाला था और दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा था। आग लगने के दौरान वह लिफ्ट में फंस गया था, जहां दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
परिजनों के अनुसार, घटना के वक्त धीरेंद्र ने पहले मदद के लिए जोर-जोर से आवाज लगाई। जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो उसने लगातार अपने घरवालों और दोस्तों को फोन कर बताया कि वह मेगा मार्ट की लिफ्ट में फंसा हुआ है और तेजी से धुआं भरने के कारण सांस नहीं ले पा रहा है। उसने वीडियो कॉल के जरिए भी अपनी स्थिति दिखाने की कोशिश की, लेकिन धुएं, अंधेरे और नेटवर्क के कारण कुछ भी साफ नजर नहीं आया।
धीरेंद्र ने अपने बड़े भाई और बहन को मैसेज व कॉल करके मदद की गुहार लगाई थी। परिजनों ने तत्काल दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी, मगर जवाब मिला कि पूरी इमारत की तलाशी ली जा चुकी है और अंदर कोई नहीं है। इस जवाब से परिवार व्यथित और असहाय हो गया।
बाद में जब मामला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा और मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई, तो धीरेंद्र का फोन मार्ट के अंदर ही एक्टिव मिला। इसके बाद सर्च अभियान दोबारा शुरू हुआ और देर रात बचाव दल ने जब इमारत की लिफ्ट खोली, तो धीरेंद्र का शव वहां मृत अवस्था में मिला। उसके पास कोई इमरजेंसी बचाव उपकरण, मास्क या ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं था।
धीरेंद्र की बड़ी बहन डॉ. स्वाति सिंह ने बताया कि उनका भाई लगातार मदद के लिए चीख रहा था, लेकिन कोई उसकी पुकार तक नहीं सुन सका। घटना के बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता गिरीश प्रताप सिंह ने कहा कि अगर उन्हें थोड़ी भी आशंका होती तो वह अपने बेटे को दोबारा दिल्ली नहीं भेजते। धीरेंद्र बृहस्पतिवार को ही घर से दिल्ली लौटा था। वह स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुका था और अब पीजी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी कर रहा था।
इस भीषण आग में धीरेंद्र के अलावा एक अन्य शव शनिवार दोपहर करीब एक बजे दूसरी मंजिल से बरामद किया गया, जो इतनी बुरी तरह जला हुआ था कि उसकी पहचान तक संभव नहीं हो सकी। पुलिस का कहना है कि शव पुरुष का है या महिला का, यह डीएनए जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच जारी है। प्रारंभिक अनुमान है कि यह शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। चार मंजिला इमारत में राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। अंदर तापमान अत्यधिक होने के कारण दमकलकर्मी सतर्कता से काम कर रहे हैं। शनिवार शाम तक 10 दमकल गाड़ियां कूलिंग ऑपरेशन में जुटी रहीं।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त निधिन वाल्सन ने बताया कि मामले में लापरवाही की जांच की जा रही है। करोल बाग थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। हादसे में और किसी के फंसे होने की आशंका को देखते हुए तलाशी अभियान जारी रखा गया है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि इमारत में अभी भी दो और शव हो सकते हैं, लेकिन आग पर पूरी तरह काबू पाने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी।