Mon, 10 Nov 2025 11:48:22 - By : Yash Agrawal
प्रयागराज: एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पीपल गांव में 22 अक्टूबर को डॉक्टर सुनील कुमार पर हमला होने का मामला सामने आया है। आरोपी युवकों ने डॉक्टर को अस्पताल में घुसकर जमकर लात-घूसे मारे और धमकी दी कि यदि उन्होंने शिकायत की तो जान से मार देंगे। घटना के 17 दिन बाद ही पुलिस ने FIR दर्ज की है।
डॉ. सुनील कुमार कौशाम्बी के म्योहरिया गांव के निवासी हैं और पीपल गांव में टिया वानी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल संचालित करते हैं। उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन दोपहर लगभग 2 बजे आरबी दिवाकर, उनके पुत्र और दो अन्य साथियों ने अस्पताल में जबरन प्रवेश किया। डॉक्टर ने बैठने के लिए कहा, लेकिन आरोपियों ने एकजुट होकर उन पर हमला कर दिया। दिवाकर ने उनका गला पकड़ लिया, उनका बेटा सीने पर मुक्के मारने लगा और अन्य लोग लात-घूसों से हमला कर रहे थे।
आरोप है कि आरोपियों ने डॉक्टर के चेंबर में रखे कंप्यूटर, वेट मशीन और बीपी उपकरण को तोड़ दिया। शोर सुनकर अस्पताल स्टाफ मौके पर पहुंचा तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। डॉक्टर का कॉलर पकड़कर उन्हें चेंबर से बाहर घसीटा गया। इस हमले में डॉक्टर के गाल, हाथ, सीने और पीठ पर गंभीर चोटें आईं।
डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि घटना के दिन ही उन्होंने एयरपोर्ट थाना में लिखित शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उन्होंने एसीपी को भी जानकारी दी, लेकिन तब भी कोई कदम नहीं उठाया गया। काफी प्रयासों के बाद, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज से शिकायत करने के बाद ही FIR दर्ज हुई। डॉक्टर का कहना है कि मुख्य आरोपी आरबी दिवाकर नोएडा के रजिस्ट्रार ऑफिस में कार्यरत हैं और पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद है।
डॉ. सुनील ने थाना पुलिस पर साठगांठ के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर आरोपी पक्ष से मिलीभगत के कारण न तो आरोपियों की गिरफ्तारी की और न ही उचित धाराओं के तहत कार्रवाई की। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी अस्पताल में इस तरह की गुंडागर्दी करने की हिम्मत न करे।