Fri, 12 Dec 2025 11:49:25 - By : Palak Yadav
कफ सीरप के अवैध कारोबार को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार की सुबह देशव्यापी सख्त कार्रवाई शुरू की। ईडी की टीमें लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, सहारनपुर, रांची और अहमदाबाद में कुल 25 स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। इस अभियान का उद्देश्य पूर्वांचल से जुड़े नेटवर्क की जांच करना और इस कारोबार में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं की भूमिका को उजागर करना है। सुबह से ही विभिन्न स्थानों पर टीमें लगातार दस्तावेजों की जांच कर रही हैं और संदिग्ध ठिकानों से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
वाराणसी में छापेमारी शुभम और उसके सहयोगियों के घरों तक पहुंची है। शुभम के मुख्य सहयोगी देवेश के घर पर भी ईडी की टीम ने तलाशी ली। इसके अलावा बादशाह बाग, प्रहलाद घाट और शहर के अन्य इलाकों में भी कार्रवाई चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि कफ सीरप का अवैध कारोबार हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है और इससे समाज में गंभीर स्वास्थ्य संबंधी जोखिम उत्पन्न हो रहे हैं। कई मामलों में इस प्रकार के कफ सीरप के दुरुपयोग और उससे जुड़े दुष्प्रभाव सामने आए हैं। यही कारण है कि ईडी ने इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए विस्तृत कार्रवाई शुरू की है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड मिले हैं जो इस नेटवर्क की पूरी संरचना को समझने में सहायक होंगे। जांच एजेंसियों का मानना है कि इन सबूतों के आधार पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ मजबूत केस तैयार किया जा सकेगा। इससे न केवल उत्पादन और वितरण में शामिल लोगों की पहचान होगी बल्कि उन चैनलों का भी पता चल सकेगा जहां से यह अवैध कारोबार फैलता है।
अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य केवल अवैध कारोबार को रोकना नहीं है बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाना भी है क्योंकि कफ सीरप के गलत उपयोग से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। ईडी ने स्पष्ट किया है कि इस नेटवर्क से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और जांच आगे भी जारी रहेगी।
इस व्यापक छापेमारी से यह साफ संकेत मिलता है कि सरकार अवैध कमाई और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त रुख अपना चुकी है। ईडी की यह कार्रवाई आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण खुलासे कर सकती है और इससे इस पूरे अवैध कारोबार पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।