Sun, 17 Aug 2025 15:33:15 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
प्रयागराज; समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक पर कार्रवाई शुरू हो गई है। शनिवार को विधायक की ओर से उनके वकील ने कर्नलगंज थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सामने आया, जहां उमेश यादव नामक अकाउंट से विधायक पूजा पाल पर विवादित टिप्पणी की गई। शिकायत में कहा गया है कि यह टिप्पणी न सिर्फ महिला विधायक का अपमान है, बल्कि पाल, बघेल, धनगर, गडेरिया और चरवाहा जैसे समुदायों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाती है। तहरीर में साफ लिखा गया कि ओछी लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया, जो सामाजिक दृष्टिकोण से भी अनुचित और आपत्तिजनक है।
गौरतलब है, कि 14 अगस्त को योगी आदित्यनाथ की तारीफ करने के बाद समाजवादी पार्टी ने पूजा पाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूजा पाल ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्हें चुनावी टिकट की कोई परवाह नहीं है, बल्कि इस बात की संतुष्टि है कि उनके पति के हत्यारों को टिकट नहीं मिला। इसी पोस्ट पर उमेश यादव नामक व्यक्ति ने टिप्पणी की जय हो, आपको ईश्वर सीधा बैकुंठ प्रदान करें। यही टिप्पणी विवाद का कारण बनी और FIR दर्ज करने तक मामला पहुंच गया।
उधर, शनिवार को पूजा पाल ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्होंने X पर पोस्ट कर एक बार फिर सीएम का आभार व्यक्त किया और लिखा कि उनके नेतृत्व में गुंडों और माफिया को उनके उचित स्थान पर भेजा जा रहा है, जो समाज की भलाई के लिए जरूरी कदम है।
पूजा पाल के वकील श्याम चंद्र पाल ने अपनी तहरीर में कहा, "विधायक पूजा पाल पर लगातार सोशल मीडिया पर अपशब्द लिखे जा रहे हैं। इन टिप्पणियों से न केवल चायल विधानसभा की महिलाओं का, बल्कि पूरे समाज का दिल आहत हुआ है। उमेश यादव ने ओछी लोकप्रियता के लिए बेहद खराब शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसने पाल, बघेल, धनगर, गडेरिया, चरवाहा और शेफर्ड समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। ऐसे लोगों पर कानूनी शिकंजा कसना जरूरी है, अन्यथा इनके मनोबल में इजाफा होता रहेगा।"
इस पूरे मामले पर DCP अभिषेक भारती ने जानकारी दी कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि डिजिटल साक्ष्य भी एकत्र किए जा रहे हैं ताकि मामले की विवेचना मजबूती से की जा सके।
पूजा पाल के खिलाफ हुई टिप्पणी अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर बहस का विषय बन गई है। एक ओर सपा से निष्कासन के बाद उनका रुख भाजपा और योगी सरकार के समर्थन में साफ झलक रहा है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी राजनीति के बीच इस FIR ने नया मोड़ ले लिया है।