Wed, 06 Aug 2025 12:03:50 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: मुगलसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत डांडी इलाके में सोमवार की रात एक आटा मिल में दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने स्थानीय लोगों और मजदूर समुदाय को झकझोर कर रख दिया। देर रात लगभग एक बजे एक आटा चक्की के तेज धमाके के साथ फटने से वहां काम कर रहे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में आजमगढ़ जिले के निवासी मुख्तार भारती की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 से 3 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आटा मिल में मशीन के चलते समय अचानक तकनीकी खराबी के कारण तेज धमाका हुआ, जिससे मिल के अंदर काम कर रहे मजदूर इसकी चपेट में आ गए। हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि मृतक मुख्तार भारती को स्थानीय कर्मचारियों ने आनन-फानन में वाराणसी के अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घायल मजदूरों को भी प्राथमिक इलाज के बाद नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनकी स्थिति पर डॉक्टर नजर बनाए हुए हैं।
मुगलसराय थाना प्रभारी निरीक्षक गगन राज सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि देर रात करीब एक बजे घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कराया गया। मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, साथ ही उसके परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है। मिल परिसर को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
स्थानीय प्रशासन की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि मिल में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही थी, और कई मशीनें ओवरलोड या पुराने ढांचे पर आधारित थीं। हादसे के पीछे मशीन की तकनीकी खामी और मेंटेनेंस की कमी को भी एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। फिलहाल पुलिस घटना के सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है और मिल मालिकों से भी पूछताछ की जा रही है।
यह हादसा न सिर्फ एक परिवार के लिए गहरा दुख लेकर आया है, बल्कि श्रमिकों की सुरक्षा और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के पालन को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। चंदौली जिला प्रशासन ने मिलों और फैक्ट्रियों में सुरक्षा उपायों की तत्काल समीक्षा के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस दर्दनाक हादसे ने मजदूरों की कार्यस्थल पर सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है। मृतक मुख्तार भारती की असामयिक मृत्यु ने जहां उसके परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है, वहीं प्रशासन के लिए भी यह एक चेतावनी है कि समय रहते सुधारात्मक कदम न उठाए गए, तो ऐसी घटनाएं भविष्य में और भी जानलेवा साबित हो सकती हैं।