गाजीपुर: संविधान दिवस पर छात्रा ने जज से पूछा, क्या कोर्ट भी बिकता है पैसे पर

गाजीपुर में संविधान दिवस पर छात्रा ने जज से पूछा क्या कोर्ट पैसे पर बिकता है, जिस पर जज ने कहा अदालत सिर्फ सबूतों पर न्याय देती है।

Sun, 09 Nov 2025 15:20:37 - By : Tanishka upadhyay

गाजीपुर में संविधान दिवस के अवसर पर जिले के सभी सरकारी स्कूलों में विधिक प्राधिकार दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान गोरा बाजार स्थित राधिका इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में एक ऐसा वाकया हुआ जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को चौंका दिया। कार्यक्रम के दौरान 11वीं कक्षा की छात्रा ने जज से सवाल पूछा कि क्या कोर्ट भी पैसे पर बिक जाता है। छात्रा के इस साहसिक प्रश्न पर कुछ क्षणों के लिए सन्नाटा छा गया, लेकिन उसके बाद अदालत के न्यायाधीश विजय कुमार चतुर्थ ने मुस्कराते हुए जवाब दिया कि कोर्ट में पैसा नहीं चलता, यहां सिर्फ सबूत चलते हैं और न्याय मिलता है।

जज विजय कुमार, जो अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश होने के साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भी हैं, ने छात्राओं को बताया कि कानून का उद्देश्य हर व्यक्ति को निष्पक्ष न्याय दिलाना है। उन्होंने कहा कि अदालत में फैसले सबूतों के आधार पर होते हैं, किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति या प्रभाव से नहीं। इसी वजह से आज भी जनता का भरोसा अदालत पर कायम है।

कार्यक्रम में छात्राओं को कानूनी अधिकारों, महिला सुरक्षा, और सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। सत्र के दौरान छात्राओं ने विधिक विशेषज्ञों से कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे। छात्रा कहकशा ने कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया को लेकर सवाल किया कि क्या इसमें भी पैसे देने पड़ते हैं। इस पर जज विजय कुमार ने स्पष्ट किया कि कोर्ट मैरिज के लिए केवल सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क ही देना होता है, किसी अधिकारी या व्यक्ति को अतिरिक्त धन देने की जरूरत नहीं है। अगर कोई कोर्ट मैरिज के नाम पर उगाही करता है तो उसकी शिकायत ऊपरी अदालत में की जा सकती है।

इसी कार्यक्रम में 11वीं कक्षा की छात्रा खुशबू ने पॉक्सो एक्ट से जुड़ा सवाल पूछा। उसने जानना चाहा कि विभिन्न परिस्थितियों में यह कानून कैसे काम करता है। विधिक विशेषज्ञों ने इस पर विस्तार से जानकारी दी और बताया कि पॉक्सो एक्ट बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया है।

जज विजय कुमार ने छात्राओं को महिला सुरक्षा से संबंधित कानूनी अधिकारों और मुफ्त कानूनी सहायता की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी भी महिला या बालिका को आपात स्थिति में निशुल्क कानूनी सहायता का अधिकार है। सखी वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर प्रियंका प्रजापति ने छात्राओं को महिला हेल्पलाइन 1090, आपातकालीन सेवा 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, एम्बुलेंस सेवा 108 और महिला हेल्पडेस्क नंबर जैसी सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया।

कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने महिला सुरक्षा और कानूनी जागरूकता को लेकर रैली निकाली। रैली का उद्देश्य समाज में महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति लोगों में संवेदनशीलता बढ़ाना था। इस अवसर पर नायब तहसीलदार सदर विजय कान्त पांडे, विद्यालय प्रबंधक हवलदार दुबे, शिक्षकों और विधिक सेवा प्राधिकरण के पदाधिकारियों ने छात्राओं का उत्साह बढ़ाया और उन्हें सक्रिय नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।

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