Sat, 06 Dec 2025 15:31:00 - By : Tanishka upadhyay
देश में इंडिगो एयरलाइंस की लगातार रद्द हो रही उड़ानों ने आम यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भी भारी संकट में डाल दिया है। लखनऊ पहुंचे नेपाल के काठमांडू निवासी चार युवा यात्रियों ने एयरलाइन के व्यवस्थित प्रबंधन और संवेदनशीलता की कमी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। यह संकट तीसरे और चौथे दिन भी थमने का नाम नहीं ले रहा है और प्रभावित यात्रियों के सामने भोजन, आवास और सही जानकारी तक की समस्या खड़ी हो गई है।
तीन दिसंबर को राम बहादुर सोनार, प्रदीप सोनार, विराज सोनार और विकास शाह काठमांडू से लखनऊ उतरे थे, जहां से उन्हें उसी दिन दोपहर में कोलकाता के लिए इंडिगो की उड़ान पकड़नी थी। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद तय समय बीत जाने के तीन घंटे बाद उन्हें जानकारी मिली कि उड़ान रद्द कर दी गई है। एयरलाइन की ओर से न आवास का कोई प्रबंध किया गया और न ही भोजन की व्यवस्था की गई, जिसके बाद चारों यात्रियों को मजबूरी में चारबाग जाकर होटल में रुकना पड़ा।
यात्रियों के अनुसार, एयरलाइन के कर्मचारियों ने अगले दिन उड़ान संचालित होने की उम्मीद जताई थी, लेकिन चार दिसंबर को भी एयरपोर्ट पहुंचने के एक घंटे बाद उड़ान निरस्त होने की सूचना दे दी गई। इसके बाद पांच और छह दिसंबर को भी यही स्थिति रही। यात्रियों ने बताया कि अब रविवार को भी उड़ान मिलने की संभावना कम है और उनके पास रखे पैसे लगभग समाप्त हो चुके हैं। लगातार अनिश्चितता और सहायता न मिलने की वजह से यह मामला विदेशों में भारत की छवि पर भी सवाल खड़े कर रहा है।
इंडिगो की उड़ानों पर संकट का असर अब अन्य एयरलाइंस पर भी दिख रहा है। वाराणसी में इंडिगो की 20 से अधिक उड़ानें संचालित होती हैं, लेकिन शनिवार को केवल पांच उड़ानें ही पहुंचीं और उतनी ही वापस जा सकीं। बाकी उड़ानें रद्द कर दी गईं। देर रात पुणे की उड़ान और सुबह मुंबई की उड़ान भी रद्द कर दी गई। कई यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट रद्द करा दिए हैं।
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर भी स्थिति बेहद अव्यवस्थित बनी रही। यहां कोलकाता, पुणे, गुवाहाटी, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु सहित कई शहरों की 25 उड़ानें रद्द की गईं। एयर इंडिया की दो उड़ानें भी संचालन नहीं कर सकीं। यात्रियों का कहना है कि सहायता डेस्क, ऐप और डिस्प्ले बोर्ड कहीं भी सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं हो रही है, जिसकी वजह से वे लगातार इधर-उधर भटकते रहे।
डीजीसीए द्वारा पायलट और क्रू सदस्यों के साप्ताहिक आराम नियमों में ढील दिए जाने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। यात्रियों ने एयरलाइन प्रबंधन और एयरपोर्ट प्रशासन से तत्काल ठोस व्यवस्था की मांग की है, ताकि लगातार बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को राहत मिल सके। फिलहाल, अव्यवस्था और असमंजस ने यात्रियों में भारी नाराजगी और असंतोष पैदा कर दिया है।