सोनभद्र: आईटीआई छात्र ने सल्फॉस खाकर ब्लेड से रेता गला, इलाज के दौरान हुई मौत

सोनभद्र के घोरपा गांव में 22 वर्षीय आईटीआई छात्र रमाकांत यादव ने सल्फॉस खाकर ब्लेड से गला काट लिया, जिससे उसकी मौत हो गई और गांव में मातम छा गया।

Thu, 16 Oct 2025 20:33:50 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

सोनभद्र: विंढमगंज थाना क्षेत्र के घोरपा गांव में गुरुवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। महज 22 वर्षीय आईटीआई छात्र रमाकांत यादव ने पहले सल्फॉस की गोलियां खाकर और फिर ब्लेड से अपना गला रेतकर जान दे दी। इलाज के दौरान एंबुलेंस में ही उसकी मौत हो गई। युवक की असामयिक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, वहीं पूरे गांव में मातम पसर गया है।

घोरपा गांव निवासी रमाकांत यादव (22) पुत्र जय कुमार यादव महुली स्थित एक निजी संस्थान से आईटीआई की पढ़ाई कर रहा था। बताया जा रहा है कि गुरुवार की सुबह वह हमेशा की तरह नाश्ता करने के बाद घर में ही रुका हुआ था। उसके पिता मजदूरी के सिलसिले में घर से बाहर थे, जबकि मां खेत में धान की कटाई में व्यस्त थीं। इसी दौरान रमाकांत ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और अपने जीवन का अंत करने की भयावह योजना को अंजाम दे दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवक ने कमरे में बंद होकर सल्फॉस की छह गोलियां निगल लीं, जिसके बाद भी उसकी पीड़ा खत्म नहीं हुई तो उसने ब्लेड से अपना गला काट लिया। खून से लथपथ हालत में जब दर्द असहनीय हो गया, तो उसने किसी तरह हिम्मत जुटाकर अपने जीजा को फोन किया और घटना की जानकारी दी।

सूचना मिलते ही परिजन जब घर पहुंचे तो रमाकांत लहूलुहान हालत में बेहोश पड़ा था। आनन-फानन में उसे सीएचसी दुद्धी ले जाया गया, जहां डॉक्टर शाह आलम अंसारी ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जिला अस्पताल ले जाते समय ही एंबुलेंस में रमाकांत ने दम तोड़ दिया।

अस्पताल प्रशासन ने घटना की सूचना कोतवाली पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि युवक ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है।

परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि रमाकांत एक शांत और सरल स्वभाव का युवक था। वह पढ़ाई को लेकर गंभीर रहता था और किसी से किसी तरह का विवाद भी नहीं था। उसकी अचानक आत्महत्या ने सबको हैरान कर दिया है। गांव में गम और सन्नाटा पसरा हुआ है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि रमाकांत अपने भविष्य को लेकर कभी-कभी चिंता व्यक्त करता था, लेकिन इतना बड़ा कदम उठाएगा, यह किसी ने नहीं सोचा था। अब परिवार के लोग उसके असमय निधन से सदमे में हैं, वहीं ग्रामीण इस त्रासदी से उबर नहीं पा रहे हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक के मोबाइल फोन और कमरे से कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम करवा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह दर्दनाक घटना न केवल एक परिवार को उजाड़ गई, बल्कि एक बार फिर यह सवाल छोड़ गई कि आखिर ऐसे हालात क्यों बनते हैं कि युवा जिंदगी से हार मान लेते हैं।

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