Mon, 24 Nov 2025 15:41:37 - By : Yash Agrawal
लखनऊ: डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में इन दिनों अनोखा और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिल रहा है। सार्क देशों के करीब 30 हजार स्काउट गाइड यहां नेशनल जंबूरी में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। शनिवार को इसका औपचारिक उद्घाटन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया। इसी दौरान पाकिस्तान के एक स्काउट ने राज्यपाल को सलामी दी, जो कार्यक्रम का सबसे खास क्षण बन गया। अफगानिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के स्काउट गाइड ने भी उनके सामने परेड की। यह दृश्य इस आयोजन में अंतरराष्ट्रीय एकता और सहयोग की झलक दिखा रहा था।
नेशनल जंबूरी में दिनभर एडवेंचर गतिविधियों, ड्रोन शो, खेल और प्रशिक्षण सत्रों से माहौल जीवंत रहता है, जबकि शाम को विविध संस्कृतियों से भरे कार्यक्रम पूरे परिसर को उत्सव जैसा बना देते हैं। यह आयोजन स्काउट गाइड आंदोलन की उस भावना को मजबूत करता है जिसमें कौशल, अनुशासन, एकता और विश्व बंधुत्व का संदेश शामिल है।
जंबूरी की शुरुआत वर्ष 1920 में यूनाइटेड किंगडम से हुई थी। यह हर चार साल में आयोजित किया जाता है और दुनिया भर के स्काउट गाइड इसमें हिस्सा लेते हैं। भारत में पहली बार चौथा जंबूरी 1937 में इलाहाबाद, अब प्रयागराज, में आयोजित किया गया था। इसके बाद भारत में नेशनल जंबूरी की परंपरा शुरू हुई।
इस वर्ष 19वें नेशनल जंबूरी की मेजबानी उत्तर प्रदेश को मिली है। लखनऊ में आयोजित यह आयोजन कई मायनों में खास है, क्योंकि इसमें पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सार्क देशों की भागीदारी हो रही है। यहां स्काउट गाइड अपने देशों की परंपराओं, वेशभूषा और प्रशिक्षण से जुड़े कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उद्घाटन समारोह में कहा कि स्काउट गाइड आंदोलन युवाओं में चरित्र निर्माण, समाज सेवा और अनुशासन की भावना को विकसित करता है। उन्होंने सभी देशों से आए प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि ऐसे आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत बनाते हैं।
आयोजन स्थल पर सुरक्षा, आवास, चिकित्सा और यातायात की व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा मजबूत की गई हैं। बड़े पैमाने पर आने वाले प्रतिभागियों और दर्शकों को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार सक्रिय हैं।
नेशनल जंबूरी की वजह से लखनऊ में इन दिनों उत्साह का खास माहौल है, जहां देश और विदेश से आए स्काउट गाइड दोस्ती और भाईचारे का संदेश एक साथ साझा कर रहे हैं।