Tue, 29 Jul 2025 18:44:55 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नोएडा: सेक्टर-126 थाना क्षेत्र स्थित एक निजी न्यूज चैनल के स्टूडियो में सोमवार को उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया, जब ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी को समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने लाइव टीवी डिबेट के दौरान थप्पड़ मार दिया। यह पूरी घटना सपा सांसद डिंपल यादव के खिलाफ मौलाना द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद हुई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और देशभर में राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है।
जानकारी के मुताबिक, एक टीवी डिबेट कार्यक्रम के दौरान मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल यादव के पहनावे को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि सपा की एक बैठक के दौरान जब डिंपल यादव एक मस्जिद में मौजूद थीं, तब उन्होंने सिर नहीं ढका था, जो इस्लामिक परंपराओं के खिलाफ है। इस बयान को सपा समर्थकों ने महिलाओं का अपमान और धार्मिक भावना भड़काने वाला करार दिया। देखते ही देखते यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी और पार्टी कार्यकर्ताओं में गुस्सा फैल गया।
गंभीर विवाद तब उत्पन्न हुआ जब नोएडा में सपा के सक्रिय कार्यकर्ता मोहित नागर और उनके कुछ सहयोगी चैनल के स्टूडियो पहुंच गए और मौलाना रशीदी को कैमरे के सामने ही थप्पड़ मार दिया। यह पूरी घटना भी कैमरे में कैद हो गई, जिससे मामला और तूल पकड़ गया। वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सपा के नेताओं में महिलाओं के सम्मान के प्रति कोई भावना नहीं है, जबकि सपा ने पलटवार करते हुए कहा कि यह सब भाजपा की एक सुनियोजित साजिश है, जो पार्टी की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रही है।
इस बीच यह बात भी सामने आई है कि लखनऊ के विभूतिखंड थाने में मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ पहले से ही एक एफआईआर दर्ज है। यह मामला सपा नेता प्रवेश यादव की शिकायत पर दर्ज किया गया था, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 79, 196, 197, 299, 352, 353 और आईटी एक्ट की धारा 67 शामिल हैं। आरोप है कि मौलाना ने सोशल मीडिया और टीवी माध्यम से धार्मिक भावनाएं आहत करने और भड़काऊ टिप्पणी करने का प्रयास किया।
डिंपल यादव ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ सपा को बदनाम करने की कोशिश कर रही है और यह उन मुद्दों से ध्यान भटकाने की चाल है, जो वास्तव में गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भाजपा मुझ पर की गई टिप्पणी को लेकर मुखर है, वैसे ही मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार पर भी उसे उतनी ही संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
उधर, पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि स्टूडियो में घुसकर हमला करना गंभीर मामला है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। मौलाना साजिद रशीदी ने इस बीच साफ किया कि वे अपने बयान पर कायम हैं और उन्होंने जो कुछ कहा वह इस्लामी शिक्षाओं के आधार पर कहा।
घटना ने ना सिर्फ कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं बल्कि देश की राजनीति में भी एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें महिला सम्मान, धार्मिक आस्था और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुद्दे टकरा रहे हैं। अब देखना होगा कि पुलिस जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है और क्या इस प्रकरण से देश की राजनीतिक फिजा में कोई बड़ा मोड़ आता है।