Wed, 05 Nov 2025 11:59:11 - By : Tanishka upadhyay
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से बुधवार को एक दर्दनाक हादसे की खबर आई, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। कालका एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से छह श्रद्धालु महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसा सुबह करीब 9 बजकर 30 मिनट पर चुनार रेलवे स्टेशन पर हुआ। घटना के बाद स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मौके पर मौजूद लोगों के बीच चीख पुकार का माहौल बन गया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को चोपन से आने वाली एक पैसेंजर ट्रेन चुनार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर पहुंची थी। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए यात्रा कर रहे थे, जिससे स्टेशन पर भारी भीड़ थी। भीड़ के कारण कुछ महिलाएं और यात्री प्लेटफॉर्म की बजाय दूसरी ओर की पटरी से उतरने लगे। उसी समय दूसरी पटरी से कालका एक्सप्रेस ट्रेन तेज रफ्तार में वहां से गुजर रही थी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, ट्रेन कई लोगों को अपनी चपेट में ले गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना अचानक हुआ कि यात्रियों को बचने का कोई मौका नहीं मिला। कुछ ही सेकंडों में पूरा दृश्य भयावह हो गया। ट्रेन गुजरने के बाद पटरियों पर शवों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। पुलिस और रेलवे अधिकारियों को शवों को इकट्ठा करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि कालका एक्सप्रेस का चुनार स्टेशन पर कोई स्टॉपेज नहीं है, इसलिए ट्रेन उच्च गति से गुजर रही थी।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, सभी मृतकों की पहचान कर ली गई है। ये महिलाएं गंगा घाट के लिए रवाना हुई थीं, जो चुनार स्टेशन से करीब दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर है। मृतकों में अधिकतर महिलाएं थीं जो समूह में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए जा रही थीं। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, रेलवे अफसर और राहत दल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ के बावजूद ट्रेन को धीमी गति से नहीं गुजारा गया, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है। हादसे के बाद यात्रियों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों को तत्काल राहत और सहायता कार्य के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश भी दिए। चुनार और आसपास के क्षेत्रों में इस दर्दनाक हादसे के बाद शोक की लहर है। लोग गंगा स्नान के उत्सव के बीच हुई इस त्रासदी से गहराई से व्यथित हैं।