Sun, 12 Oct 2025 15:52:31 - By : Shriti Chatterjee
मीरजापुर: लालगंज थाना क्षेत्र के बसही कला गांव में चंगाई सभा के माध्यम से धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। जानकारी के अनुसार, पिछले चार वर्षों से यहां हर रविवार को आयोजित होने वाली प्रार्थना सभा के जरिए लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। पुलिस ने मौके पर छापा मारकर पास्टर सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ धर्मांतरण कानून के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है।
पुलिस ने बताया कि रविवार की सुबह करीब आठ बजे बसही कला गांव में सैकड़ों लोग प्रार्थना सभा में शामिल हुए थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा कि पास्टर और उसके सहयोगी लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन और डर का उपयोग कर प्रेरित कर रहे थे। इस दौरान कुछ महिलाएं पुलिस को देखकर वहां से भाग गईं। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि मिशनरी सदस्यों द्वारा लोगों को बताया जा रहा था कि चंगाई सभा (प्रार्थना) करने से रोग और भूत-प्रेत की समस्याओं से मुक्ति मिलती है, जबकि वास्तविक उद्देश्य सामूहिक धर्मांतरण था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में लालगंज के बनकट क्षेत्र में एक ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित विद्यालय का शिक्षक भी शामिल है। ग्राम प्रधान रहीस अहमद ने बताया कि यह गतिविधि पिछले चार वर्षों से चल रही थी और अब यह गांव के लिए चिंता का विषय बन गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से सामाजिक और धार्मिक माहौल प्रभावित हो सकता है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक सिंह ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और जांच पूरी होने तक मामले की सभी बारीकियों का पता लगाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन इस प्रकार की गतिविधियों पर सख्ती से नजर रखे हुए है और दोषी पाए जाने वाले सभी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने क्षेत्र में धार्मिक संवेदनशीलता बढ़ा दी है और स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल उत्पन्न कर दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह संदेश गया है कि प्रशासन किसी भी अवैध धर्मांतरण प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगा और कानून के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।