मिर्जापुर: अंधविश्वास के चलते घर में बनी मजार पर बवाल, चार हिरासत में, पुलिस तैनात

मिर्जापुर में अंधविश्वास के कारण घर के अंदर मजार बनाने पर ग्रामीणों ने विरोध किया, पुलिस ने चार को हिरासत में लिया और बल तैनात किया।

Fri, 24 Oct 2025 20:42:06 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

मिर्जापुर/जिगना: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर ज़िले में जिगना थाना क्षेत्र के कुशहा स्थित तिवारीपुर मजरा गांव में अंधविश्वास से जुड़ी एक घटना ने बुधवार देर शाम तनावपूर्ण हालात पैदा कर दिए। गांव के एक परिवार ने झाड़–फूंक और प्रेतबाधा के डर के कारण अपने घर के एक कमरे में कथित रूप से मजार जैसी संरचना तैयार करा दी। इत्र जैसी सुगंध और गतिविधियों का संदेह होने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जहां कमरे के भीतर बने मजारनुमा ढांचे को देखकर आक्रोश फैल गया।

ग्रामीणों ने इस निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताई और नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बढ़ते तनाव की सूचना मिलते ही पुलिस और राजस्व विभाग को बुलाया गया। थाना प्रभारी जिगना ने गांव पहुंचकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। इसी दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने मजार को उखाड़कर उसका मलबा कमरे से बाहर फेंक दिया। पुलिस ने हालात नियंत्रण में लेते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया और पूरे गांव में एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

परिवार ने दिया अंधविश्वास वाला तर्क
तिवारीपुर निवासी राम नारायण सिंह और रवि सिंह ने हाल ही में अपने मकान के सामने बने एक कमरे में यह संरचना तैयार करवाई थी। ग्रामीणों के विरोध पर परिवार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनके घर–परिवार पर “प्रेतबाधा” का असर है और इसी अंधविश्वास में फंसकर उन्होंने झाड़–फूंक के लिए मजार बनवाने का कदम उठाया। सुगंध और गतिविधियों पर ग्रामीणों को शक होने के बाद जब कमरे का दरवाज़ा खुला, तब यह पूरा मामला सामने आया।

मामले पर स्थानीय राजनीति का रंग भी चढ़ा
घटना के बाद भाजपा नेता डॉ. मुन्ना सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह कोई साधारण धार्मिक भ्रम नहीं, बल्कि “साजिश के तहत मजार तैयार करने का प्रयास” है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों ने स्थिति का संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है।

एसडीएम सदर गुलाब चंद ने कहा कि सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार को मौके पर भेजा गया था, और मामले की जांच जारी है।

सीओ लालगंज अशोक सिंह ने बताया कि "परिवार ने बहू की झाड़-फूंक और प्रेतबाधा जैसे अंधविश्वास में आकर घर के अंदर यह संरचना बनवाई थी। गांव वालों के विरोध के बाद संबंधित पक्ष से इसे तत्काल हटवा दिया गया है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।" पुलिस प्रशासन लगातार गांव में डटे हुए है ताकि किसी प्रकार की दोबारा हिंसक या साम्प्रदायिक परिस्थिति न बने।

गांव में हल्का तनाव, लेकिन नियंत्रण में हालात
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दिनभर चर्चा तेज रही। गांव में कुछ समय के लिए सांप्रदायिक तनाव जैसे हालात बनते दिखाई दिए, लेकिन समय रहते प्रशासन की सक्रियता ने स्थिति बिगड़ने नहीं दी। वर्तमान में गांव में शांति है, पर पुलिस की निगरानी अभी भी जारी है।

यह घटना एक बार फिर बताती है कि अंधविश्वास किस तरह एक पूरे समाज में भ्रम, तनाव और विवाद की स्थिति खड़ी कर सकता है। स्थानीय प्रशासन मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटा है, वहीं ग्रामीणों ने भी मांग उठाई है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्यवाही और समय–समय पर जागरूकता जरूरी है।

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