Tue, 25 Nov 2025 13:54:21 - By : Garima Mishra
मिर्जापुर में सोमवार की आधी रात उस समय हड़कंप मच गया जब मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। देर रात करीब 12 बजकर 15 मिनट पर लखनऊ 112 कंट्रोल रूम को एक कॉल आया, जिसमें कहा गया कि विंध्यवासिनी मंदिर में बम लगाया गया है और कुछ देर बाद इसे विस्फोट से उड़ा दिया जाएगा। इसी दौरान मैहर देवी मंदिर को भी धमकी मिलने की बात सामने आई। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में अफरा तफरी मच गई।
लखनऊ कंट्रोल रूम ने तुरंत यह जानकारी मिर्जापुर पुलिस को दी। इसके बाद देर रात ही पुलिस बल, बम निरोधक दस्ता और खुफिया विभाग की टीम विन्ध्याचल पहुंची। रात 12 बजकर 15 मिनट से लेकर 2 बजे तक विंध्यवासिनी मंदिर, अष्टभुजा मंदिर और कालीखोह मंदिर में विस्तृत तलाशी ली गई। मंदिर प्रांगण, परिक्रमा पथ, इंट्रेंस प्लाजा और चारों प्रमुख मार्गों पर सघन जांच की गई। खोज अभियान के दौरान किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता नहीं चला, जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।
जांच के समानांतर फोन कॉल को ट्रेस कर धमकी देने वाले व्यक्ति का पता लगाया गया। वह प्रयागराज जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पीछे रहने वाला मयंक नामक युवक बताया जा रहा है। पुलिस ने प्रयागराज पुलिस की मदद से उसे हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि युवक लगभग 20 वर्ष से मानसिक बीमारी से ग्रस्त है। इस कारण मामले की गहन जांच की जा रही है।
घटना के दौरान सीओ सिटी, बम निरोधक टीम, एलआईयू, एलीटेज विभाग, मंदिर सुरक्षा कर्मी और थाना विन्ध्याचल का पूरा स्टाफ मौके पर मौजूद रहा। देर रात दो घंटे से अधिक समय तक पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए थे।
थानाध्यक्ष विन्ध्याचल वेद प्रकाश पांडेय ने पुष्टि की कि लखनऊ कंट्रोल रूम से धमकी की सूचना मिलने के बाद तुरंत सभी तीनों मंदिरों की तलाशी कराई गई। उन्होंने बताया कि धमकी देने वाले युवक को प्रयागराज में पकड़ लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर से प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन अब इस बात की भी जांच कर रहा है कि मानसिक रूप से बीमार बताए जा रहे युवक ने धमकी भरे कॉल क्यों किए और कहीं इस घटना के पीछे कोई और कारण तो नहीं है।