मुरादाबाद: गौकशी मामले में गोमांस गायब, दस पुलिसकर्मी निलंबित, मचा हड़कंप

मुरादाबाद में गौकशी के आरोपियों को छोड़ने व बरामद गोमांस के गायब होने पर दस पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं।

Wed, 03 Sep 2025 17:32:31 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

मुरादाबाद: जिले से एक गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने न केवल पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि प्रशासन को भी सख्ती बरतने पर मजबूर कर दिया है। गौकशी के आरोपियों को छोड़ने और बरामद गोमांस के गायब होने की घटना ने पूरे पुलिस महकमे को हिला दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सतपाल अंतिल ने कठोर कदम उठाते हुए थाना अध्यक्ष, चौकी प्रभारी और उपनिरीक्षक सहित कुल दस पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हाल ही में पुलिस ने गौकशी के आरोप में कुछ आरोपियों को पकड़कर उनकी कार से गोमांस बरामद किया था। लेकिन जांच के दौरान यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि बरामद गोमांस पुलिस अभिरक्षा से रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। मामला एसएसपी के संज्ञान में आते ही उन्होंने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और सीओ के नेतृत्व में एसओजी टीम को जांच के आदेश दिए।

जांच टीम ने मौके पर जाकर पूरी तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने संदिग्ध स्थान की खुदाई कर बरामद गोमांस को दोबारा बरामद किया। इससे यह साफ हो गया कि पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय गंभीर लापरवाही और स्वेच्छाचारिता में लिप्त थे।

एसएसपी सतपाल अंतिल ने मामले को अत्यंत गंभीर मानते हुए बड़ी कार्रवाई की है। जिन दस पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, जिसमें प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार (थाना पाकबड़ा), चौकी प्रभारी व उपनिरीक्षक अनिल कुमार (ग्रोथ सेंटर), उपनिरीक्षक महावीर सिंह (थाना पाकबड़ा), मुख्य आरक्षी बसंत कुमार और धीरेंद्र कसाना (दोनों थाना पाकबड़ा), आरक्षी मोहित और मनीष (थाना पाकबड़ा), उपनिरीक्षक तस्लीम, आरक्षी राहुल, और आरक्षी चालक सोनू सैनी (यूपी-112 पीआरवी) शामिल हैं।

इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने न केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई बरती बल्कि बरामद साक्ष्यों को गायब कर मामले को दबाने की कोशिश की।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यदि पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों से विमुख होते हैं तो उन पर तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी सतपाल अंतिल ने स्पष्ट कहा है कि अपराध और भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि विभाग में लापरवाही और अनुशासनहीनता को किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।

यह मामला मुरादाबाद जिले में चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। आम लोगों का कहना है कि पुलिस को अपराध रोकने और जनता का विश्वास जीतने की जिम्मेदारी दी जाती है, लेकिन जब वही पुलिस अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ लेती है तो यह बेहद चिंताजनक स्थिति है।

एसएसपी की इस सख्त कार्रवाई से पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी यह स्पष्ट संदेश मिला है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही, स्वेच्छाचारिता या भ्रष्टाचार अब महकमे में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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