Sun, 24 Aug 2025 19:15:35 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मुरादाबाद: शहर में देह व्यापार से जुड़े संगठित अपराध का खौफनाक सच एक बार फिर सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि यह गिरोह ग्राहकों से सीधे तौर पर नहीं बल्कि विशेष कोडवर्ड का इस्तेमाल करके बात करता था, ताकि उनका गुप्त नेटवर्क उजागर न हो सके। अब पुलिस इन कोडवर्ड के जरिए रैकेट की गहराई तक जाने की कोशिश कर रही है। इस मामले ने न केवल अपराध के नए तौर-तरीकों को उजागर किया है, बल्कि इसमें शामिल नेटवर्क की जटिलता को भी सामने लाया है।
जांच के दौरान पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा हुआ। गिरोह ने मध्य प्रदेश के मुरैना की एक युवती को मुरादाबाद के पीतल बस्ती इलाके में बेच दिया था, जबकि उत्तराखंड के बाजपुर की एक महिला को कांशीराम नगर की एक गोशाला में बंधक बनाकर देह व्यापार कराया जा रहा था। पुलिस ने दोनों को सकुशल मुक्त कराते हुए तीन आरोपियों कपिल, विजय ठाकुर और अवनीश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं फरार आरोपियों पिंकी और सचिन की तलाश में कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इस गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी और धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
पांच माह पहले की घटना में मुरैना की युवती अपने परिवार से नाराज होकर दिल्ली पहुंची थी। वहीं रेलवे स्टेशन पर उसकी मुलाकात सचिन से हुई। सचिन ने उसे काम दिलाने का झांसा देकर मुरादाबाद बुलाया और पिंकी से मिलवाया। इसके बाद गिरोह ने उसे 80 हजार रुपये में पीतल बस्ती निवासी कपिल को बेच दिया। यह मामला मुरैना पुलिस की जांच में सामने आया, जिसके बाद मुरादाबाद पुलिस की मदद से युवती को मुक्त कराया गया और कपिल को हिरासत में लिया गया।
इसी तरह बाजपुर की 30 वर्षीय महिला तीन माह पहले घर से निकली थी। रेलवे स्टेशन पर विजय ठाकुर ने उसे फंसाया और काम दिलाने का बहाना बनाकर कांशीराम नगर की गोशाला में पिंकी के पास भेज दिया। वहां महिला को जबरन देह व्यापार में धकेला गया। कुछ समय बाद विजय ने उसे अपने कमरे में कैद कर लिया। पुलिस ने दबिश देकर महिला को बंधक अवस्था से छुड़ाया।
इस पूरे नेटवर्क की परतें खुलीं तो पता चला कि अमरोहा निवासी अवनीश यादव ने छह साल पहले यह गोशाला खोली थी। शुरुआत में इसमें 18 गायें रखी गई थीं, लेकिन धीरे-धीरे यह जगह पिंकी और उसके साथियों ने देह व्यापार का अड्डा बना दी। सचिन रेलवे स्टेशन से भोली-भाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर लाता और पिंकी उन्हें ग्राहकों तक पहुंचाती थी। ग्राहकों से बातचीत के लिए गिरोह अलग-अलग कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था ताकि पुलिस या आम लोगों को शक न हो सके।
शुक्रवार रात हर्बल पार्क के पास पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें अवनीश यादव और विजय ठाकुर गिरफ्तार किए गए, जिन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही तीन और आरोपी सचिन, हसीन और विकास चौहान को भी मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया। पुलिस अब फरार पिंकी और मुख्य सरगना सचिन की तलाश में दबिश दे रही है।
मुरादाबाद पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और लड़कियों को फंसाने से लेकर ग्राहकों तक पहुंचाने तक का पूरा नेटवर्क तैयार कर चुका था। पुलिस का मानना है कि इनकी जड़ें अन्य जिलों तक फैली हो सकती हैं। इसी कारण इस केस को गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज किया गया है, ताकि गिरोह के हर सदस्य तक पहुंचकर उन्हें कठोर सजा दिलाई जा सके।