Wed, 17 Sep 2025 11:26:24 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: पद्म विभूषण से सम्मानित देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पं. छन्नूलाल मिश्र की तबीयत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। 13 सितम्बर को उन्हें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। लंबे समय से वे टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं। चिकित्सकों ने पुष्टि की है कि उन्हें एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम यानी एआरडीएस हुआ है और उनके बाएं पैर में डीप वेन थ्रोम्बोसिस भी पाया गया है। इन सबके बावजूद राहत की बात यह है कि पिछले तीन दिनों से उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है और किसी तरह की गिरावट दर्ज नहीं की गई है।
अस्पताल प्रशासन द्वारा 15 सितम्बर को जारी तीसरे दिन की मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि मिश्रा जी को नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर पर रखा गया है और उन्हें एंटीबायोटिक्स समेत सभी जरूरी चिकित्सा दी जा रही है। चिकित्सकों ने कहा कि लगातार निगरानी के बावजूद उनकी हालत फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन पूरी तरह सुरक्षित कहने की स्थिति अभी नहीं है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर कैलाश कुमार ने जानकारी दी कि उनकी देखरेख के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है जो 24 घंटे उनकी निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जा रही और पंडितजी को बेहतर से बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है।
वाराणसी सहित पूरे देश में उनके चाहने वाले उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। संगीत जगत में उनकी स्थिति को लेकर चिंता का माहौल है। ठुमरी, दादरा और बनारस घराने की परंपरा को जीवंत रखने वाले छन्नूलाल मिश्र न केवल एक गायक हैं बल्कि भारतीय शास्त्रीय संगीत की धरोहर माने जाते हैं। उनकी कला और संगीत ने देश दुनिया में बनारस की परंपरा को पहचान दिलाई है।
इस बीच उनके पुत्र पं. रामकुमार मिश्र ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस समय उन्हें दवा से ज्यादा दुआ की जरूरत है। उन्होंने लोगों से प्रार्थना की कि पंडितजी की लंबी उम्र और स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करें। बीएचयू अस्पताल प्रशासन ने भी अपील की है कि पंडितजी से मिलने के लिए आईसीयू में अनावश्यक भीड़ न लगाई जाए। निर्धारित समयावधि में बारी बारी से परिजनों और करीबी लोगों को ही उनसे मिलने की अनुमति दी जाएगी ताकि उनके उपचार में किसी प्रकार की बाधा न आए।
पांचवें दिन भी उपचार जारी रहने के बावजूद स्थिति गंभीर है, हालांकि स्थिरता आशा की किरण दिखा रही है। डॉक्टरों के अनुसार आने वाले कुछ दिन उनके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होंगे।