Wed, 17 Sep 2025 20:35:01 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर/ हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन केवल राजनीतिक या औपचारिक आयोजनों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसे सामाजिक सरोकार और जनसेवा के साथ भी जोड़ा गया। 17 सितंबर 2025 को उनके 75वें जन्मदिन पर रामनगर के आयुष्मान आरोग्य मंदिर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पुराना रामनगर) में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसने स्वास्थ्य सेवा और मानवीय मूल्यों का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस मौके पर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. राजीव रमन मूर्ति और डॉ. शिल्पी यादव ने स्थानीय नागरिकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा बहुओं और इलाज के लिए आए मरीजों के साथ प्रधानमंत्री का जन्मदिन मनाया। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व सभासद संतोष शर्मा और पूर्व सभासद कुसुमलता शर्मा ने उपस्थित लोगों को लड्डू वितरित कर मुंह मीठा कराया। मिठास और उत्सव का यह वातावरण स्वास्थ्य सेवा की गंभीरता के साथ जुड़कर एक अलग ही संदेश दे रहा था कि "जनकल्याण ही सच्ची श्रद्धांजलि है।"
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि वास्तविक लाभ भी जनता को मिला। मौके पर स्वास्थ्य टीम ने मरीजों का ब्लड सैंपल लिया और टाइफाइड, मलेरिया, शुगर, हीमोग्लोबिन जैसी गंभीर बीमारियों की जांच की। जांच के बाद मरीजों को वहीं दवाएं भी उपलब्ध कराई गईं। बड़ी संख्या में महिलाएं इस कार्यक्रम का हिस्सा बनीं और उन्होंने निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया।
पूर्व सभासद संतोष शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। "आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं ने उन परिवारों को राहत दी है जो पहले महंगे इलाज के कारण परेशान रहते थे। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित जांच और दवा वितरण का जो अभियान चल रहा है, वह जनता को सीधे लाभान्वित कर रहा है। हमें गर्व है कि देश को ऐसे प्रधानमंत्री मिले हैं।"
उनकी इस बात पर उपस्थित नागरिकों ने तालियाँ बजाकर समर्थन जताया। लोगों का कहना था कि मोदी सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को आसान और सुलभ बना दिया है।
यह कार्यक्रम केवल स्वास्थ्य केंद्र तक सीमित नहीं रहा बल्कि स्थानीय समाज की सक्रिय भागीदारी से और भी महत्वपूर्ण बन गया। मरीजों, महिलाओं और बच्चों ने न सिर्फ जांच और दवा ली, बल्कि उत्सव का हिस्सा बनकर इसे खास बना दिया। स्वास्थ्य केंद्र में उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण थी कि लोग स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी योजनाओं को लेकर अब अधिक जागरूक हो चुके हैं।