प्रयागराज: SDM पर महिला डॉक्टर से अभद्रता का आरोप, कोर्ट ने भेजा नोटिस

प्रयागराज में SDM पर महिला डॉक्टर से बदसलूकी और गाली-गलौज का आरोप, कोर्ट ने SDM को नोटिस जारी किया।

Sat, 08 Nov 2025 11:51:50 - By : Garima Mishra

प्रयागराज में एक महिला डॉक्टर और औरैया में तैनात उप जिलाधिकारी कमल कुमार सिंह के बीच विवाद का मामला सामने आया है। आरोप है कि SDM ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टर से अभद्रता की, गालियां दीं और धमकियां दीं। वहीं, SDM ने इन सभी आरोपों को गलत बताया है। यह मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है, जिसने SDM को नोटिस जारी किया है और सुनवाई की तारीख तय की है।

घटना 10 अगस्त की बताई जा रही है। प्रयागराज के झूंसी इलाके में त्रिवेणीपुरम स्थित संगम अस्पताल में यह विवाद हुआ। अस्पताल की संचालक डॉक्टर विभा राय का कहना है कि उस दिन सुबह करीब 11 बजे वह मरीजों को देख रही थीं, तभी SDM कमल कुमार सिंह अपनी पत्नी स्वाति सिंह के साथ चैंबर में जबरन घुस आए। उन्होंने उनके साथ बदसलूकी की, गालियां दीं और धमकाया। डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने खुद को प्रशासनिक अधिकारी बताते हुए कहा कि मैं बहुत पावरफुल व्यक्ति हूं, तुम्हारे जैसे डॉक्टर मेरे तलवे चाटते हैं, तुम्हारा अस्पताल बंद करवा दूंगा।

डॉ. विभा के मुताबिक, अस्पताल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना रिकॉर्ड हुई है, हालांकि चैंबर के अंदर कैमरा नहीं था, इसलिए वहां की रिकॉर्डिंग उपलब्ध नहीं है। उन्होंने उसी दिन झूंसी थाने में शिकायत दी और फुटेज भी सौंपी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 13 अगस्त को दोबारा थाना पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि चूंकि आरोपी SDM हैं, इसलिए कार्रवाई मुश्किल है। इसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त, मुख्य सचिव, DGP और मुख्यमंत्री को डाक से प्रार्थनापत्र भेजा।

जब सभी स्तरों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो डॉक्टर ने कोर्ट का रुख किया। उन्होंने BNS की धारा 173(4) के तहत परिवाद दाखिल किया। कोर्ट ने सीसीटीवी फुटेज, शपथ पत्र और अन्य दस्तावेजों को देखने के बाद पाया कि मामला गंभीर है। अदालत ने कहा कि पुलिस जांच से कोई नया तथ्य सामने आने की संभावना नहीं है, इसलिए इसे परिवाद के रूप में दर्ज किया जाना चाहिए। इसके साथ ही कोर्ट ने SDM को नोटिस जारी करते हुए 25 नवंबर की तारीख अगली सुनवाई के लिए तय की।

इस बीच, SDM कमल कुमार सिंह ने आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन को दिखाने अस्पताल गए थे, जिनका पहले से इलाज चल रहा था। दो घंटे तक इंतजार के बाद जब उन्होंने डॉक्टर से मिलने की बात की, तो वहां मौजूद स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में हैं। बाद में जब डॉक्टर आईं तो उन्होंने दुर्व्यवहार किया और गार्ड ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया।

कमल कुमार सिंह मूल रूप से प्रयागराज के हनुमानगंज इलाके के रहने वाले हैं। चार महीने पहले ही वह तहसीलदार से पदोन्नत होकर SDM बने हैं। 27 जुलाई से वह औरैया मुख्यालय पर तैनात हैं। इससे पहले वह आजमगढ़, रायबरेली, मैनपुरी और मिर्जापुर जैसे जिलों में तहसीलदार और नायब तहसीलदार के पद पर रह चुके हैं।

यह विवाद प्रशासनिक जवाबदेही और कानून के समान पालन पर कई सवाल उठाता है। फिलहाल अदालत के निर्देश के बाद यह मामला फिर से सुर्खियों में है और 25 नवंबर की सुनवाई में आगे की कानूनी प्रक्रिया तय की जाएगी।

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