Tue, 29 Jul 2025 18:57:22 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
शाहजहांपुर: कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अकौंदा के मजरा नरसिंहपुर में सोमवार रात कानून व्यवस्था उस समय तार-तार हो गई, जब एक मामूली विवाद की सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों पर ही भीड़ ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने न केवल पुलिस वालों के साथ मारपीट की, बल्कि उनकी वर्दी फाड़ दी और सरकारी वाहन को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 15 आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि बाकी की तलाश की जा रही है।
घटना की शुरुआत उस समय हुई, जब गांव के ही निवासी रामपाल ने डायल 112 पर फोन कर शिकायत दी कि गुलड़िया भाट गांव का रहने वाला युवक शिवम, जो इन दिनों अपने नाना के घर नरसिंहपुर में रह रहा है, उसकी पत्नी से अशोभनीय बातें करता है। जब रामपाल ने इसका विरोध किया, तो शिवम ने उसके साथ गाली-गलौज की। इस सूचना पर पीआरबी वाहन में सवार सिपाही पुष्पेंद्र सिंह, मयंक राज और होमगार्ड चालक रणजीत सिंह मौके पर पहुंचे और सबसे पहले शिकायतकर्ता रामपाल से जानकारी ली। इसके बाद जब पुलिसकर्मी दूसरे पक्ष से पूछताछ के लिए पहुंचे तो वहां पहले से जमा भीड़ ने सिपाहियों से बहस शुरू कर दी, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई।
सिपाही पुष्पेंद्र सिंह के अनुसार जब उन्होंने बदतमीजी कर रहे लोगों की वीडियो बनानी शुरू की, तो भीड़ उग्र हो गई। एक युवक ने उनके पैर पर डंडा मारा, जबकि उनके साथी मयंक राज के सिर पर पीछे से लाठी से वार किया गया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। होमगार्ड चालक रणजीत सिंह के हाथ में भी लाठी लगी, जिससे उनकी उंगलियां फट गईं। इसी दौरान हमलावरों ने पुलिस कर्मियों की वर्दी फाड़ दी और जान से मारने की धमकी भी दी। जैसे-तैसे जान बचाकर भागते हुए सिपाहियों ने कोतवाली को सूचना दी, लेकिन तब तक हमलावर सरकारी गाड़ी पर ईंट और पत्थर बरसाकर उसके शीशे तोड़ चुके थे।
पुलिस की तहरीर के आधार पर गांव नरसिंहपुर के निवासी परविंदर, अरविंद, रंजीत, मुकेश, वीर सिंह, ओमवती, राजवती और गुलड़िया भाट निवासी शिवम सहित कुल 15 लोगों को नामजद किया गया है। इनमें सात हमलावर अज्ञात हैं। कोतवाली पुलिस ने तीनों घायलों का मेडिकल परीक्षण कराया और मामले की गंभीरता को देखते हुए आईपीसी की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी रंजीत को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने बताया कि दो पक्षों के बीच विवाद की सूचना मिलने पर पीआरबी मौके पर पहुंची थी, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर हमला कर दिया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। घटना को लेकर सख्ती बरती जा रही है और शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर छापेमारी की जा रही है।
यह घटना न केवल पुलिस के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति को दर्शाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में कानून के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता और पुलिस कर्मियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करती है। प्रशासन ने साफ किया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और मामले की निष्पक्ष जांच के साथ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।