Thu, 06 Nov 2025 11:09:07 - By : Trishikha pal
चुनार जंक्शन पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुए दुखद ट्रेन हादसे में छह महिलाओं की जान चली गई। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए नगर के चौबे घाट लाए गए। इस दौरान पांच शवों का दाह संस्कार किया गया, जबकि एक अज्ञात महिला के शव को सुरक्षित रखा गया है।
हादसे में जान गंवाने वाली लाल बहादुर की पत्नी सविता, उम्र 35 वर्ष, और उनकी दो भतीजियां शिव कुमारी 17 वर्ष और साधना 13 वर्ष का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ। बी.ए. की छात्रा अंजू, उम्र 20 वर्ष, को उनके पिता श्यामा ने मुखाग्नि दी। सभी मृतक एक ही परिवार की सदस्य थीं।
सोनभद्र के कर्मा थाना क्षेत्र की कलावती, उम्र 50 वर्ष, ने अपनी तीन पोतियों शिखा 13 वर्ष, नैना 14 वर्ष और चांदनी 15 वर्ष की जान बचाने के प्रयास में अपनी जान गवा दी। उनका दाह संस्कार पति जनार्दन यादव ने किया।
हादसे के बाद रेलवे ट्रैक से शवों को हटाकर करीब 35 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया, जहां कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गईं। पोस्टमार्टम हाउस पर पूर्व मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, मंडलायुक्त राजेश प्रकाश, डीआईजी आरपी सिंह, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार और एसपी सोमेन वर्मा मौजूद रहे। इसके अलावा, एसपी सिटी नितेश सिंह और अपर जिलाधिकारी अजय सिंह वित्त एवं राजस्व विभाग के सहयोगियों के साथ मौके पर तैनात रहे।
शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल हर समय तैनात रहा। एंबुलेंस के माध्यम से शवों को चौबे घाट पहुंचाने के बाद पुलिस अधिकारियों ने वहां से रवाना हुए। इस दौरान कोतवाली कटरा प्रभारी बैद्यनाथ और राजगढ़ थाना प्रभारी भी दल-बल के साथ मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रत्येक परिवार को दो-2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।