रायबरेली: स्वागत कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला, पुलिस ने 2 आरोपियों को दबोचा

रायबरेली में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर स्वागत समारोह के दौरान दो अज्ञात युवकों ने हमला किया, पुलिस ने हमलावरों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।

Wed, 06 Aug 2025 15:26:17 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

रायबरेली: मोटल चौराहे पर बुधवार को उस समय अचानक अफरा-तफरी मच गई जब पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर दो अज्ञात युवकों ने हमला कर दिया। यह घटना उस वक्त हुई जब उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी थी। स्वागत समारोह के बीच अचानक दो युवक भीड़ में घुसे और मंच की ओर बढ़ते हुए स्वामी प्रसाद के साथ मारपीट करने लगे। इस अप्रत्याशित हमले से माहौल तनावपूर्ण हो गया।

पूर्व मंत्री पर हुए इस हमले के तुरंत बाद उनके समर्थकों ने दोनों हमलावरों को मौके पर ही पकड़ लिया और उनकी जमकर धुनाई कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच-बचाव कर हमलावर युवकों को हिरासत में ले लिया। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी (सीओ) सदर अमित सिंह ने बताया कि पकड़े गए दोनों युवकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

घटना को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "ये करणी सेना के नाम पर उग आए कीड़े-मकोड़े हैं। ऐसे लोग खुलेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं, और इससे स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के शासनकाल में गुंडों और माफियाओं के हौंसले किस कदर बुलंद हो गए हैं।"

दूसरी ओर, पुलिस की गिरफ्त में आए एक हमलावर ने बयान देते हुए कहा कि उनका यह कदम स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा सनातन धर्म के विरोध में की जा रही टिप्पणियों के कारण था। उसने स्पष्ट रूप से कहा, "स्वामी लगातार सनातन धर्म का अपमान करते हैं, इसलिए यह हमला किया गया।"

सीओ अमित मिश्रा ने मीडिया को बताया कि, "पूर्व मंत्री पर हमला करने वाले दो युवकों को हिरासत में लिया गया है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।"

उल्लेखनीय है कि स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। विशेषकर सनातन धर्म और धार्मिक विषयों पर की गई उनकी टिप्पणी कई बार विवादों को जन्म दे चुकी हैं। उनके विरोधी वर्ग का मानना है कि वह धर्म विशेष के खिलाफ लगातार उकसावे वाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं, जिससे समाज में तनाव की स्थिति बनती है।

रायबरेली आगमन के दौरान उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं ने मोटल चौराहे पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया था। इसी बीच यह हमला न केवल प्रशासन के लिए चुनौती बना, बल्कि सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर भी शुरू हो गया है।

फिलहाल, घटना के बाद इलाके में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है और स्थानीय प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएं तेज हैं, और तमाम दल इस मुद्दे पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों से मिले बयान और तथ्यों के आधार पर निष्पक्ष जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है।

यह घटना प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है। विपक्ष ने भी योगी सरकार को इस मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच के बाद मामले में क्या निष्कर्ष सामने आता है और हमलावरों की मंशा के पीछे असली कारण क्या था।

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