Sat, 08 Nov 2025 14:39:15 - By : Tanishka upadhyay
आगरा में ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए औद्योगिक विकास पर तीन दशक से रोक लगी हुई है, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। ताज ट्रेपेजियम जोन में जहां किसी भी प्रकार की प्रदूषणकारी गतिविधि सख्त रूप से प्रतिबंधित है, वहीं ताजमहल के आसपास रोजाना कचरा जलाया जा रहा है। इससे न केवल पर्यावरण पर असर पड़ रहा है बल्कि ताजमहल के संगमरमर की चमक भी खतरे में है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ताजनगरी, बसई और आसपास के क्षेत्रों में रोजाना कूड़ा जलता देखा जा सकता है। ताजनगरी फेज-दो में सीएनजी पेट्रोल पंप के सामने हर सुबह कूड़ा जलाया जाता है। शुक्रवार सुबह भी क्षेत्र के लोग जब टहलने निकले तो घने धुएं और बदबू से उन्हें रास्ता बदलना पड़ा।
क्षेत्र निवासी हरिओम गुप्ता ने कहा कि यह समस्या नई नहीं है। नगर निगम के कर्मचारी कूड़ा एकत्र करने की बजाय उसे जलाकर निपटाने का आसान तरीका अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताजमहल के नाम पर शहर के कई उद्योग बंद करा दिए गए, लेकिन अब प्रदूषण खुद निगम की लापरवाही से फैल रहा है।
स्थानीय महिला विनीता शर्मा ने बताया कि सुबह की सैर के दौरान कई स्थानों पर कचरा जलते हुए दिखता है। ताजमहल के इतने पास इस तरह की लापरवाही शर्मनाक है और अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
अपर नगरायुक्त शिशिर कुमार ने कहा कि मामले की जांच के लिए टीम भेजी जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि कचरा जलाने में सफाई कर्मियों की भूमिका है या स्थानीय लोग जिम्मेदार हैं। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।